बलौदाबाजार. देवपुर वन परिक्षेत्र में मारे गए हाथी के शिकारियों की पहचान की गई है. विभाग का कहना है कि आरोपियों की गिरफ्तारी कर जल्द ही आगे की कार्रवाई की जाएगी. दरअसल, हाथी की मौत की सूचना के बाद वन परिक्षेत्र अधिकारी देवपुर को निर्देशित किया गया कि घटना के संबंध में विवरण प्रस्तुत करें. जिस पर परिक्षेत्र अधिकारी देवपुर और उप वनमण्डलाधिकारी कसडोल ने हाथी के मृत होने की पुष्टि की. इसके बाद हाथी के पोस्टमार्टम के लिए डॉ. चंदन- कानन पेण्डारी बिलासपुर, डॉ. लोकेश वर्मा, डॉ. रश्मिलता राकेश, पशु चिकित्सा सहायक शल्यज्ञ को मौके पर बुलाया गया. मृत हाथी लगभग 22 से 26 वर्ष के बीच का था.

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मौके पर मुख्य वनसंरक्षक (वन्यप्राणी), मुख्य वनसंरक्ष रायपुर एवं वनमण्डलाधिकारी बलौदाबाजार और वाईल्ड लाईफ एस.ओ.एस (SOS) के टीम के सामने नर हाथी का पशु चिकित्सक दल द्वारा पोस्टमार्टम किया गया. जिसमें पाया गया कि हाथी की मृत्यु हाई टेंशन तार (11 के.व्ही.) से करंट लगने से हुई है. पोस्टमार्टम के बाद हाथी के शव को नियमानुसार दफनाया गया. उक्त के कार्रवाई के दौरान उप वनमण्डलाधिकारी कसडोल, अधीक्षक बारनवापारा अभ्यारण्य, परिक्षेत्र अधिकारी बारनवापरा परिक्षेत्र अधिकारी देवपुर परिक्षेत्र सहायक देवपुर और परिक्षेत्र देवपुर के स्टाफ उपस्थित थे.

परिक्षेत्र देवपुर के स्टाफ के द्वारा शिकार में प्रयुक्त किया हुआ तार जब्त किया गया है. शिकार के संदिग्ध अभीयुक्त पकरीद गांव के हैं जो कि अभी फरार हैं. पतासाजी कर विधिवत कार्रवाई की जाएगी.

वहीं इस मामले में DFO मयंक अग्रवाल ने बताया कि इस घटना में संलिप्त दो आरोपियों को चिन्हांकित किया गया है. जल्द ही उन दोनों की गिरफ्तारी कर विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी. इसके अलावा आसपास के क्षेत्र में भी मुनादी कराई गई है कि इस प्रकार जंगली जानवरों का शिकार करने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.

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