स्पोर्ट्स डेस्क. फीफा के तत्कालीन अध्यक्ष सेप ब्लाटर ने फिर से निकोलस सरकोजी और मिशेल प्लाटिनी के बीच महत्वपूर्ण वोटों के लिए हुई बैठक का हवाला देते हुए कहा कि 12 वर्ष पहले फुटबॉल विश्व कप (football world cup) की मेजबानी के लिए कतर को चुनना एक गलती थी. संघीय आपराधिक अदालत में फीफा में वित्तीय कदाचार (financial malpractice) के मुकदमे में जुलाई में प्लाटिनी के साथ बरी होने के बाद से 86 वर्षीय ब्लाटर ने कतर के बारे में कहा कि यह एक ऐसा देश है जो बहुत छोटा है. स्विट्जरलैंड में 1954 के टूर्नामेंट के बाद से आकार के हिसाब से कतर सबसे छोटा मेजबान है.

ब्लाटर ने कहा कि फुटबॉल और विश्व कप कतर के लिए बहुत बड़ा है. दुनिया भर की 32 टीम दोहा शहर और उसके आस–पास के 8 स्टेडियमों में 64 मुकाबले खेलेंगी. विश्व कप के दौरान कतर में लगभग 12 लाख अंतर्राष्ट्रीय दर्शकों के आने की उम्मीद है. विश्व कप के मुकाबले 20 नवंबर से शुरू होंगे.

रहने के लिए सीमित जगह

ब्लाटर ने कहा कि मेजबान देश में हालांकि रहने के लिए सीमित स्थान है. ब्लाटर ने कहा कि यह एक बुरा विकल्प था और मैं उस समय अध्यक्ष के रूप में इसके लिए जिम्मेदार था. ब्लाटर ने कहा था कि उन्होंने अमेरिका के लिए मतदान दिया था. विश्व कप 2022 की मेजबानी की दौड़ में कतर ने अमेरिका की बोली को पछाड़ दिया था.

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