गौरव जैन, जीपीएम. ये नजारा पेंड्रारोड में बनने वाले गुरुकुल रेस्ट हाउस परिसर का है. जहां बिना किसी अनुमति के बड़े पैमाने में पेड़ों की कटाई कर दी गई है. इन बड़े-बड़े पेडों की कटाई की अनुमति को लेकर लोक निर्माण विभाग ने ना तो राजस्व विभाग से कोई अनुमति ली है और ना ही वन विभाग से.

बता दें कि, इस परिसर में पहले से पुराना रेस्ट हाउस है, जिसे अतिथि कुटीर कहा जाता था. इसकी जगह नए रेस्ट हाउस का निर्माण होना है. जिसके लिए बिना एक भी पेड़ काटे यह निर्माण कराया जा सकता था. लेकिन लोक निर्माण विभाग ने चोरी छिपे बिना किसी से अनुमति लिए बड़े-बड़े पेड़ों को धड़ल्ले से कटवा दिया.

वहीं इस मामले की भनक लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को भी नहीं है. जब उनसे इस संबंध में जानकारी ली गई तो पहले तो वो गोलमोल जवाब देते रहे फिर आखिरी में स्वीकार कर लिया कि इन पेड़ों को काटने को लेकर लीगल तौर पर कोई भी अनुमति नहीं ली गई. बिना अनुमति इतनी बड़ी मात्रा में पेड़ों को काटा जाना बेहद गंभीर मामला है.

पेड़ काटने वाले मजदूरों और उनके ठेकेदार ने बताया कि, लोक निर्माण विभाग के सब इंजीनियर के कहने पर ये पेड़ काटने का काम कर रहे हैं. जिला प्रशासन और वन विभाग की इस मामले से जुड़े दोषियों के ऊपर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांंग उठ रही है.