दिल्ली. मासिक धर्म यानी पीरियड के दौरान अक्सर महिलाओं को असहनीय दर्द का सामना करना पड़ता है इस दौरान सभी महिलाओं का महीने का 6-7 दिन बमुश्किल गुजरता है. उन दिनों ज्यादातर महिलाओं को तेज दर्द, चिड़-चिड़ापन और कमजोरी भी महसूस होती है. इस दर्द से बचने के लिए उन्हें अपनी जीवनशैली में सुधार लाना चाहिए, साथ ही खाने पीने का ध्यान भी रखना चाहिए. अक्सर महिलाए इस समय ऐसी चीजों का सेवन कर लेती है, जिससे दर्द और भी बढ़ जाता है. यदि आप भी पीरियड्स के दौरान ली जानें वाली डाइट से अंजान है और कुछ भी खा लेती है.
केला :पीरियड्स में अगर तनाव और चिड़-चिड़ापन सताता है, तो अपनी डाइट में केला शामिल करें. इसे खाने से एनर्जी मिलती है और मूड भी सही रहता है. केला पोटेशियम और मैग्नीशियम का अच्छा स्रोत हैं, जिससे पाचन संबंधी प्रॉबल्म भी दूर रहती है.
एलोवेरा: पीरियड्स में ज्यादा दर्द रहता है तो एेलोवेरा जूस में 1 चम्मच शहद अौर पानी मिलाकर पीएं. इससे दर्द, कमोजरी और अधिक ब्लीडिंग से राहत मिलेगी.
अलसी : अलसी को स्वास्थ्य के लिए काफी कारगर माना जाता है. पीरियड्स में भी इसका सेवन काफी फायदेमंद साबित होता है. पीरियड्स के दौरान रोजाना सुबह नाश्ते में भूनी हुई अलसी लेने से दर्द से छुटकारा मिलता है.
अदरक : अदरत को डाइट में शामिल जरूर करें क्योंकि इससे हर तरह की प्रॉबल्म दूर रहती है। अगर पीरियड्स का दर्द असहनीय है तो पानी में अदरक डालकर उबाल लें। फिर इसमें थोड़ा सा शहद मिलाकर पीने से दर्द होगा-
तुलसी : तुलसी भी पीरियड्स में काफी लाभकारी होती है. पानी में 7-8 तुलसी के पच्चे उबालकर, उसमें 1 चम्मच शहद मिलाए और रोजाना पीए. इससे पीरियड्स की सभी प्रॉबल्म दूर होगी.
ग्रीन टी : पीरियड्स के दौरान मसल्स काफी कमजोरी महसूस करने लगते है. ऐसे में ग्रीन टी लेने से शरीर को मसल्स को रिलैक्स मिलता है और दर्द भी दूर होता है.
दही : दही कैल्शियम का अच्छा स्रोत है. कैल्शियम और डिप्रैशशन का आपस में लिंक होता है. बतादें कि दही शरीर में हैप्पी हॉर्मोन बनाता है, जिससे पीरियड्स के दौरान मूड सही बना रहता है.
खसखस और गर्म दूध : अगर गर्म दूध में खसखस मिलाकर पीया जाए तो कमजोरी की समस्या दूर रहती है और शरीर में खून की कमी भी पूरी होती है।