फोन हो या फिर टैबलेट या फिर लैपटॉप, हर एक स्मार्ट डिवाइस के लिए अलग-अलग चार्जर लेकर चलना पड़ता है. लेकिन अब ये सिरदर्द जल्द खत्म होने वाला है. भारत में जल्द ही सभी स्मार्ट डिवाइस के लिए एक सामान्य चार्जिंग पोर्ट होगा.

उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह ने बुधवार (16 नवंबर) को कहा कि केंद्र सरकार ने एक अंतर-मंत्रालयी टास्क फोर्स का गठन किया था, जिसकी बैठक में हितधारकों की आम सहमति पर पहुंचने के बाद यह फैसला लिया गया कि भारत सभी स्मार्ट डिवाइस के लिए एक यूएसबी टाइप सी चार्जिंग पोर्ट में ट्रांसफर हो जाएगा. इसके अलावा वियरेबल्स के लिए यूनिफॉर्म चार्जिंग पोर्ट की व्यवहार्यता की जांच के लिए एक उप-समूह का गठन किया जाएगा. Read More – National Epilepsy Day : चप्पल-जूता सुंघाने से नहीं, सही इलाज से 70 फीसदी ठीक हो जाते हैं मिर्गी रोगी …

Universal Chargers आने के बाद उपभोक्ताओं को अब हर बार नई डिवाइस खरीदने पर अलग चार्जर की आवश्यकता नहीं होगी. केवल इतना ही नहीं, इस कदम से भारी मात्रा में ई-वेस्ट भी कम होगा. ASSOCHAM-EY की रिपोर्ट इलेक्ट्रॉनिक वेस्ट मैनेजमेंट इन इंडिया से इस बात का पता चला है कि, 2021 में भारत में 5 मिलियन टन ई-वेस्ट होने का अनुमान लगाया गया था.

फीचर फोन के लिए अलग विकल्प

केंद्र का विचार है कि भारत को दो प्रकार के मानक चार्जिंग उपकरणों में स्थानांतरित करना चाहिए, एक स्मार्ट फोन और पोर्टेबल डिवाइस जैसे लैपटॉप और टैबलेट के लिए, और दूसरा फीचर फोन के लिए, जिनकी बाजार में बड़ी हिस्सेदारी है. यूनिवर्सल चार्जर्स की नीति के साथ, अधिकारियों को उम्मीद है कि फोन निर्माता प्रोडक्ट पैकेजिंग में चार्जर की लागत में कटौती करेंगे, क्योंकि अधिकांश उपभोक्ताओं के पास आवश्यक चार्जर और चार्जिंग एक्सेसरीज होंगे. Read More – सर्दियों का मौसम में अदरक, अंडा, सूप और दूध का करें सेवन, शरीर में बढ़ाती है अंदरूनी गर्मी …

बता दें कि कई उन्नत अर्थव्यवस्थाएं पहले से ही मानक चार्जिंग डिवाइस और पोर्ट्स की ओर बढ़ रही हैं. यूरोपीय संघ (EU) सभी उपकरणों के लिए यूएसबी-सी पोर्ट को मानक बनाना चाहता है. ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस साल 7 जून को, यूरोपीय संघ ने एक अनंतिम कानून पारित किया था, जिसमें 2024 के मध्य तक वायर्ड चार्जिंग के लिए यूनिवर्सल USB-C पोर्ट से लैस होने के लिए, Apple के iPhone सहित, यूरोपीय संघ में बेचे जाने वाले सभी स्मार्टफोन की आवश्यकता थी.