रायपुर. बुढ़ापे में कई बीमारियों का खतरा ज्यादा होता है. 55-60 साल की उम्र के बाद शरीर की कई क्षमताएं कम होने लगती हैं, अगर बुजुर्ग अस्थमा, डायबटीज या हार्ट जैसी बीमारी से जूझ रहे हैं, तो सर्दियों में उनके लिए और भी मुश्किल खड़ी हो सकती है. बुजुर्गों मेें ठंड का मौसम आता है तो शरीर की प्रतिक्रिया भी अलग हो जाती है और इससे बीमारियों की संभावना भी बढ़ जाती है.

हाइपोथर्मिया क्या है

बुजुर्ग व्यक्ति के लिए 95 डिग्री या उससे कम शरीर का तापमान कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है. शोध के मुताबिक बहुत ठंडे घर में रहने से भी हाइपोथर्मिया हो सकता है.

हाइपोथर्मिया से बचाव

कोशिश करें कि बुजुर्ग ठंडी जगहों से दूर रहें. ठंड और सीने की जकडऩ से बचाने के लिए हफ्ते में दो बार उन्हें भाप दें. आजकल बुजुर्गों के लिए बहुत सी वैक्सीन उपलब्ध है. फ्लू और निमोनिया का टीका लगवाएं, यह टीके हर साल नवंबर या दिसंबर में लगाये जाने बेहद जरूरी हैं. Read More – सर्दियों का मौसम में अदरक, अंडा, सूप और दूध का करें सेवन, शरीर में बढ़ाती है अंदरूनी गर्मी …

घर के सभी खिड़की और दरवाजों को बंद रखें

बुजुर्गों के लिए ठंड काफी खतरनाक होती है. दिल की बीमारी वाले लोगों को इससे खाफी परेशानी झेलनी पड़ती है. आप घर के सभी खिड़की और दरवाजों को बंद रखें. कमरे को गर्म रखें.

सूप, दूध और ताजे फलों का रस दें

सर्दियों के मौसम में बुजुर्गों के पोषण पर भी नजर रखने की जरूरत है. सर्दी-जुकाम होने और विटामिन डी की कमी के हड्डियां कमजोर होने या संक्रामक रोग होने का खतरा बढ़ जाता है. उन्हें सूप, दूध और ताजे फलों-सब्जियों का रस दें. इससे शरीर को अंदर से गर्माहट मिले और पोषक तत्व भी मिलें.

गर्म कपड़े पहने में लापरवाही न करें

सर्दियों के मौसम में बुजुर्गों को अपने पहनावे में बिलकुल भी लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए. उन्हें बेहद गर्म ढीले कपड़ों के साथ दस्ताने, टोपी पहननी चाहिए. ध्यान रखें सर को गर्म रखने के लिए टोपी जरुर लगाएं. क्योंकि शरीर में ठंड सबसे पहले सिर में ही लगती है. Read More – National Epilepsy Day : चप्पल-जूता सुंघाने से नहीं, सही इलाज से 70 फीसदी ठीक हो जाते हैं मिर्गी रोगी …

पानी की कमी न हो

सर्दियों के इस मौसम में प्यास कम ही लगती है. सर्दी के मौसम में हवा शुष्क होती है, ऐसे में शरीर में भी सूखापन होने लगता है. आपको जरूरत है कि आप भरपूर मात्रा में पानी पिएं. उम्रदराज लोगों के लिए बेहतर है कि सामान्य के बजाय आप उन्हें गुनगुना पानी पीने के लिए दें.

ज्यादा गर्म पानी न बने मुसीबत

सर्द भरे मौसम में गर्म पानी से नहाना अच्छा लगता है. लेकिन गर्म पानी से नहाना आपकी त्वचा के लिए भी नुकसान हो सकता है. स्किन जल्दी ड्राई होने लगती है और इससे स्किन में क्रैक या एक्जीमा हो सकता है. नहाने के बाद मॉइस्चराइजर या बॉडी लोशन का प्रयोग जरुर करें.

बॉडी वार्मिंग पैच

सर्दियों में शरीर को गर्म रखने के लिए बुजुर्ग बॉडी वार्मर पहनते हैं. जिसमें लगी रबर से पेट, कमर, कंधे में दर्द होने लगता है. इस तरह के दर्द से छुटकारा पाने के लिए, आप बॉडी वार्मिंग पैच का इस्तेमाल कर सकते हैं. पतली, मुलायम पैच का उपयोग करना आसान है. पैच से उत्पन्न गर्मी दर्द को ठीक करने में मदद करती है.

फिसलने और गिरने से बचायें

एक और जो परेशानी का अक्सर सर्दियों में बुजुर्ग लोग सामना करते हैं वह है गिरने की समस्या. अक्सर बुजुर्ग मोजे पहनकर या स्टॉकिंग्स मानकर चलते हैं. जिससे उनके फिसलने की संभावना बढ़ जाती है. कोशिश करें कि उन्हें ऐसा चप्पल या जूता दिया जाए, जिसमें वो आराम से चल-फिर पाएं. अगर आपके घर में भी बुजुर्ग हैं तो उनकी स्वास्थ्य स्थिति के प्रति सक्रिय रहें. जरूरत पड़े तो आप अच्छे डॉक्टर की सलाह भी ले सकते हैं.