रायपुर. 26 नवंबर से छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस (जे) जोगी जन अधिकार पदयात्रा निकालने जा रही है. प्रथम चरण में 26 नवंबर को मल्हार से मां डींडेश्वरी से आशीर्वाद लेकर पदयात्रा की शुरुात करेंगे. 18 दिसंबर को बाबा गुरुघासीदास जी की तपोभूमि गिरौधपुरी जाएंगे.

मस्तूरी में जोगी जन अधिकार पद यात्रा को लेकर अमित जोगी ने बताया कि 26 नवंबर को दोपहर 12 बजे मल्हार में मां डिंडेश्वरी का आशीर्वाद लेकर मेरे साथी और मैं परम पूज्य बाबा गुरु घासीदास की तपोभूमि गिरौधपुरी धाम तक की जोगी जन अधिकार पद यात्रा शुरू करने जा रहे हैं. जोगी जन अधिकार यात्रा का प्रमुख उद्देश जोगी पार्टी को सभी समाजों और वर्गों के आम लोगों से सीधे जोड़ना है. मस्तूरी के गांव-गांव में बसे छत्तीसगढ़ महतारी की सेवा में मर-मिटने वाले विभूतियों का व्यक्तिगत रूप से सम्मान करना है. उनकी बातों को सुनना और समझना है. ताकि हम एक ऐसे छत्तीसगढ़ के निर्माण में भागीदार बन सकें जो आज के छत्तीसगढ़ियों की आशाओं और आकांक्षाओं के अनुरूप हो.

अमित जोगी ने बताया कि मस्तूरी में मैं 5 दिन 26 से 30 नवम्बर तक लगातार पदयात्रा करूंगा. ये मेरी मस्तूरी में पहली पदयात्रा नहीं है. आज से लगभग 10 साल पहले इस क्षेत्र के अंतिम छोर के किसानों को अरपा-भैंसाझार सिंचाई परियोजना का लाभ दिलाने, बिजली बिल कम करने, शराब दुकाने बंद करने, ग़रीबों को ₹1500 मासिक पेंशन देने और छत्तीसगढ़िया युवा को नौकरी में 100% आरक्षण दिलाने मैं पदयात्रा कर चुका हूं. दुख की बात है कि जो लोग मेरे साथ उस यात्रा में चले थे, आज उनमें से अधिकांश साथी सत्ता में हैं, लेकिन मांगें जस की तस हैं. 10 साल बीत जाने के बाद भी मैं उस यात्रा के दौरान आपसे मिले प्यार से अभिभूत हूं. आशा करता हूं कि कालांतर में विशेषकर मेरे पिता अजीत जोगी और मेरे चाचा मदन डहरिया के स्वर्गवास के बाद ये प्यार का रिश्ता और गहरा हो गया होगा और उनकी कमी को आने वाले दिनों में आप मेरे सिर पर अपना हाथ रखकर पूरा करेंगे.

उन्होंने कहा मस्तूरी में पदार्पण करने से पहले ही मैं 2018 में जोगी कांग्रेस-बसपा चुनावी गठबंधन के लिए आपसे क्षमा मांगता हूं. हमको अपनी इस ऐतिहासिक गलती का भरपूर एहसास हो चुका है. इसलिए मैं मस्तूरी आने के पहले ही यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि मेरे पिता स्वर्गीय अजीत जोगी की मंशा के अनुरूप 2023 का चुनाव जोगी की पार्टी अपने “नागर जोतता किसान” छाप पर ही लड़ेगी. किसी के साथ गठबंधन का कोई प्रश्न ही नहीं उठता.

जोगी जन अधिकार यात्रा के माध्यम से हम बीजेपी की भारत सरकार और कांग्रेस की छत्तीसगढ़ सरकार से किसानों, युवाओं, महिलाओं, कर्मचारियों और बुजुर्गों से जुड़ी 7 मांगे पूरी करने के उद्देश से चरणबद्ध आंदोलन की शुरुआत करने जा रहे हैं. इस दौरान हम इन वर्गों को संगठित भी करेंगे ताकि उनकी संयुक्त ताकत के आगे दोनों बीजेपी और कांग्रेस की सरकारों को नतमस्तक होना पड़े.

मस्तूरी में जोगी जन अधिकार यात्रा की रूट और हमारी 7 मांगों की जानकारी इस संदेश के साथ अलग से आपसे साझा कर रहा हूं आपसे निवेदन है कि इस आंदोलन में आप सभी साथी भागीदार बने ताकि हम सब मिलकर स्वर्गीय अजीत जोगी का “छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया” नारा अपने जीवनकाल में ही चरितार्थ कर सकें. हमारे पुरखों को इससे बड़ी कोई दूसरी श्रद्धंजलि नहीं हो सकती है.