भारत में ज्‍यादातर लोग ऐसे निवेश विकल्‍प की तलाश करते हैं, जिसमें जोखिम कम से कम हो और रिटर्न ज्‍यादा (Low Risk, High Return Investment) मिले. इसलिए सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिए म्यूचुअल फंड में निवेश को मोटा मुनाफा कमाने का बेहतरीन विकल्प माना जाता है. SIP के जरिए मासिक, तिमाही या छमाही आधार पर निश्चित राशि जमा की जा सकती है. लंबी अवधि के लिए निवेश से कम्पाउंडिंग बेनेफिट मिलता है और रिटर्न कई गुना बढ़ जाता है. SIP उन लोगों के लिए सबसे बेहतर है, जो शेयर बाजार (Share Market) में सीधे या किसी भी विकल्‍प में एकमुश्त निवेश नहीं करना चाहते हैं. यदि आप 5 हजार रुपये प्रतिमाह जमा करते हैं तो आपक टोटल कॉर्पस 95 लाख रुपये तक बन सकता है.

 हाल के सालों में SIP में निवेश करने वाले लोगों की संख्यां में इजाफा हुआ है. अक्टूबर माह में SIP के जरिए 13041 करोड़ रुपये निवेश किए गए, जो वित्त वर्ष 2023 में अबतक का सबसे अधिक है. आइए जानते हैं आपको आरडी या SIP किसमें निवेश की प्लानिंग करनी चाहिए.

किसमें निवेश करना होगा बेहतर, RD स्कीम या एसआईपी

RD स्कीम में एक निवेशक बिना रिस्क के 5.8 से 7 फीसदी के सालाना ब्याज पर निवेश कर सकते हैं. जबकि SIP के जरिए म्युचुअल फंड में निवेश करने पर औसतन 12 फीसदी का ब्याज मिल सकता है. हालाकि अगर बाजार की स्थिति अच्छी रही तो लॉन्ग टर्म में आपको 15 से 18 फीसदी की ब्याज भी मिल सकता है. म्युचुअल फंड में लॉन्ग टर्म निवेश अच्छा होता है, क्योंकि इसपर चक्रवृद्धि ब्याज दिया जाता है.

ज्यादा रिटर्न के लिए एसआईपी कंटीन्यू रखना जरूरी

SIP के जरिए निवेश करने की शुरुआत तो आसान होती है लेकिन इसे जारी रखना थोड़ा मुश्किल भरा हो जाता है. शेयर बाजार पर यह निवेश आधारित होता है इसलिए आपका पोर्टफोलियो कभी फायदे में रहता है तो कभी नुकसान में. लेकिन आपको निवेश जारी रखना होता है. अगर निवेश की जाने वाली रकम छोटी है, लेकिन कंटीन्यूटी कायम है तो जितनी लंबी अवधि के लिए राशि जमा होगी उतना रिटर्न अधिक मिलेगा.

उदाहरण से समझें

अगर आप हर महीने 5 हजार रुपये आरडी और एसआईपी के जरिए म्यूचुअल फंड में जमा कर रहे हैं, तो पांच साल में कुल 3 लाख रुपये जमा होंगे. आरडी में 7 फीसदी की अधिकतम ब्याज पर 59,663 रुपये केवल ब्याज के जमा होंगे यानी की कुल मैच्योरिटी राशि 3 लाख 59 हजार 663 रुपये मिलेंगे. जबकि एसआईपी के मामले में औसत रिटर्न 12 फीसदी पर ब्याज 1 लाख 12 हजार 432 रुपये मिलेंगे और कुल राशि 4,12,432 रुपये होगी.