नई दिल्ली. श्रद्धा हत्याकांड के आरोपी आफताब की जेल वैन पर रोहिणी स्थिति एफएसएल के बाहर सोमवार को उग्र भीड़ ने तलवार, लाठियों से हमला कर दिया. तभी एक पुलिसकर्मी ने पिस्टल निकालकर हमलावारों को खदेड़ा और आफताब को सुरक्षित निकाला. पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दो आरोपियों को पकड़ा है.
दरअसल, आफताब को पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए पुलिस उसे वैन में लेकर एफएसएल पहुंची थी. शाम करीब सात बजे जांच खत्म होने के बाद पुलिस जब उसे लेकर बाहर निकली तो गेट पर मौजूद एक संगठन के लोग वैन पर टूट पड़े. वे तलवार से शीशे आदि तोड़ने की कोशिश करने लगे. एक हमलावर ने वैन का पहला गेट भी खोल दिया, लेकिन आफताब एक अन्य केबिन में सुरक्षित था. तभी एक पुलिसकर्मी ने पिस्टल निकालकर सभी को दूर किया.
करीब पांच मिनट चले घटनाक्रम के बीच पुलिसकर्मी आफताब को सुरक्षित निकाल ले गए. इस बीच वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने दो हमलावरों को दबोच लिया. आरोपी गुरुग्राम के रहने वाले बताए जा रहे हैं. सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है.
उधर, हिन्दू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने कहा, कार्यकर्ताओं ने जो कुछ भी किया, वह अपनी व्यक्तिगत भावनाओं के अतिरेक में किया है. संगठन ऐसे किसी काम का समर्थन नहीं करता है जो संविधान के खिलाफ है.