रायपुर। जांजगीर-चांपा जिले में पिछले साल धान खरीदी के दौरान व्यापक पैमाने पर गड़बड़ी हुई थी. सरकारी जमीन को निजी बता कर धान बेचा गया था. पूरे प्रदेश में धान का रक़बा बढ़ा है, लेकिन जांजगीर-चांपा जिले में कम हो गया. रिकार्ड से सरकारी जमीन हटाने के साथ गड़बड़ी करने वालों को काम से हटाते हुए दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.
जांजगीर-चांपा जिला प्रशासन धान खरीदी में अनियमिता व गड़बड़ी किए जाने पर कार्रवाई की जा रही है. इस कड़ी में जिले में वर्ष 2021-22 में धान खरीदी में गंभीर अनियमितता करने वाले धान खरीदी केन्द्र तुलसी एवं किरीत के चार कर्मचारियों के विरूद्ध तथा तहसील नवागढ़ के लोक सेवा केन्द्र के कम्प्यूटर ऑपरेटर के विरूद्ध थाना नवागढ़ में एफआईआर दर्ज कराई गई है.
खरीदी वर्ष 2021-22 में धान खरीदी केन्द्र राहौद में अप्रत्याशित स्कंध में कमी पाये जाने के कारण धान खरीदी प्रभारी एवं चार अन्य सहयोगी कर्मचारियों के विरूद्ध पुलिस थाना पामगढ़ में एफआईआप दर्ज कराई गई. हाल ही में विगत वर्ष की धान खरीदी में उपार्जन केन्द्र कोरबी में भी पंजीयन संबंधी अनियमितता की शिकायत मिलने पर समिति प्रबंधक व समिति अध्यक्ष सहित तीन अन्य के विरूद्ध में एफआईआर दर्ज कराई गई है.
इस वर्ष धान खरीदी कार्य में गड़बड़ी न हो इसके लिए एसडीएम की अध्यक्षता में टीम गठित कर सघन जाँच व निरीक्षण कराया जा रहा है. वहीं विगत वर्ष धान खरीदी में लापरवाही / अनियमितता करने वाले 33 समिति के कर्मचारियों को धान खरीदी कार्य से पृथक करते हुए विभागीय कार्रवाई की जा रही है. इसके साथ ही इस वर्ष 42 कर्मचारियों के स्थान में परिवर्तन किया गया है.