पुरुषोत्तम पात्र, गरियाबंद. सीएम भूपेश बघेल बुधवार को गरियाबंद के दौरे पर थे, इस दौरान उन्होंने बड़ी कार्रवाई की. स्वामी आत्मनंद स्कूल के अलावा 66 संकुल केंद्रों में करोड़ो के फर्नीचर खरीदी और जिला स्तरीय सहायक शिक्षक तबादला में गड़बड़ी के आरोप में सीएम ने डीईओ का तबादला कर दिया.

दरअसल पिछले 6 महीने से शिक्षा विभाग में सब कुछ ठीक ठाक नहीं चल रहा था. एकल विद्यालयों से नियम विरुद्ध सहायक शिक्षकों के तबादले में प्रसाशन की अभी तक किरिकिरी हो रही है. इस बात से प्रभारी मंत्री अमरजीत भगत भी नाराज चल रहे थे. समीक्षा बैठक में भी तबादला का मामला उठा था, सीएम ने कहा था कि इसमे जो भी दोषी है उन पर कार्रवाई होगी.

ये भी पढ़ें : अंग्रेजी देख गच्चा खा गए BEO ! 4 शिक्षकों ने कोर्ट का आदेश बताकर खुद का रोका ट्रांसफर, फिर ली मनचाहे जगह ज्वाइनिंग, जानिए कैसे हुआ खेला…

दौरे के दरम्यान भी कई शिकायतें स्थानीय जन प्रतिनिधियों से मिली थी, इसी वजह से सीएम ने जाते जाते डीईओ करमन खटकर को हटाने का आदेश दिया था. कार्रवाई कि पुष्टि करते हुए कलेक्टर प्रभात मलिक ने कहा कि सीएम के निर्देश के बाद डीइओ को हटाकर DPI में अटैच कर दिया गया है.

5 करोड़ के फर्नीचर खरीदी में गड़बड़ी

66 संकुल केंद्रों में 80 हजार प्रति केंद्र के दर से फर्नीचर की खरीदी की गई है. गुणवत्ता और प्रकिया में सवाल उठ रहा था. इसके अलावा जिले के स्वामी आत्मानंद स्कूलो के लिए आए फंड को प्राचार्यो के खाते में डालने के बजाये उस रुपये से सीधे जिला स्तर पर सामान, लाइब्रेरी और फर्नीचर की खरीदी किया गया है. कहा जा रहा है इस खरीदी में भी भारी झोलझाल है.

ये भी पढ़ें : प्रमोशन की मलाई पर जांच की खटाई: अधर में 552 सहायक शिक्षकों की पदोन्नति, नाकाम हुए DEO, ज्वाइंट डायरेक्टर के पाले में छानबीन, जांच से पड़ेगी अफसरों पर आंच, बेनकाब होंगे कई चेहरे…

करमन खटकर के पहले यंहा के डीईओ भोपाल टांडे थे ,जिनके द्वारा बगैर प्रसाशनिक स्वीकृति के 4 करोड़ लागत के व्हाइट बोर्ड की खरीदी की गई थी. गड़बड़ी सामने आई तो उन्हें हटाकर सयुक्त संचालक के कार्यालय में सलग्न कर दिया गया था. जांच सही पाए जाने पर महीनेभर पहले टांडे को निलंबित किया गया. अफसर बदलकर शिक्षा विभाग में हो रहे गड़बड़ी को रोकने की कोशिश की गई थी, लेकिन खटकर की कार्यकाल में भी गड़बड़ी जारी रही.

इसे भी पढ़ें :

CG BREAKING: 65 शिक्षकों की तबादला सूची में से 20 नाम कैंसिल, कलेक्टर ने निरस्त किया आदेश, अंधेरे में प्रभारी मंत्री, अब किस पर गिरेगी सरकारी गाज ?

नियमों को ठेंगा दिखाकर शिक्षकों के तबादले ! किसी ने जमाया जुगाड़, तो किसी ने अब तक नहीं किया जॉइन, पढ़ाई ठप…