Gujarat Election Results: गुजरात विधानसभा चुनाव को नतीजे बताते हैं कि कुछ दिन पहले ही दर्दनाक पुल हादसे का शिकार हुए मोरबी में भारतीय जनता पार्टी के कांतिलाल अमृत्या शिवलाल आगे चल रहे हैं. मोरबी निर्वाचन क्षेत्र के परिणाम बताते हैं कि वो 1718 वोट से आगे चल रहे हैं. उन्हें अब तक कुल 10156 वोट मिले हैं. गौरतलब है कि ब्रिटिश काल का मोरबी ‘झूला पुल’ 30 अक्टूबर को ढह गया था, जिसमें 135 लोगों की मौत हो गई थी. भाजपा के कांतिभाई अमृत्या पांच बार के विधायक हैं और वो एक ऐसी विधानसभा सीट से आगे चल रहे हैं जो पुल हादसे के बाद राष्ट्रीय मीडिया के नज़रों में आई थी. इस घटना के बाद स्थानीय प्रशासन पर नियम तोड़ कर एक प्राइवेट कंपनी को पुल की मरम्मत का ठेका देने के आरोप लगे थे.
पुल हादसे के बाद कांतिलाल अमृत्या का एक वीडियो वायरल हो गया था जिसमें वो नदी में घुस कर बचाव अभियान में मदद की कोशिश करते नज़र आ रहे थे. इस सीट पर कांग्रेस ने जयंती पटेल और आम आदमी पार्टी ने पंकज रनसारिया को कांतिलाल के मुकाबले में उतारा था.
143 साल पुराना था ब्रिज
मोरबी का ब्रिज 765 फुट लंबा और 4 फुट चौड़ा पुल 143 साल पुराना था. इस पुल का उद्घाटन 1879 में किया गया था. इस केबल ब्रिज को 1922 तक मोरबी में शासन करने वाले राजा वाघजी रावजी ने बनवाया था. वाघजी ठाकोर ने पुल बनाने का फैसला इसलिए लिया था, ताकि दरबारगढ़ पैलेस को नजरबाग पैलेस से जोड़ा जा सके.
ओरेवा ग्रुप ने कराई थी मरम्मत
गांधीनगर से 300 किलोमीटर दूर मच्छु नदी पर बना ये केबल ब्रिज 7 महीने से बंद था. पुल की मरम्मत का काम अजंता मैनुफैक्चरिंग (ओरेवा ग्रुप) को मिला था. ये कंपनी घड़ियां, एलईडी लाइट, सीएफएल बल्ब, ई-बाइक बनाती है. हालांकि, अब ये जानकारी सामने आई है कि अजंता मैनुफैक्चरिंग ने मरम्मत का ठेका किसी दूसरी कंपनी को दे दिया था.
सांसद के 12 रिश्तेदारों की जान गई
हादसे में मारे गए लोगों में ज्यादातर छोटे बच्चे थे. राजकोट से लोकसभा सांसद मोहन कुंदरिया के 12 रिश्तेदार भी इस हादसे में मारे गए थे. कुंदरिया ने न्यूज एजेंसी को बताया कि हादसे में उनके बड़े भाई के साले की चार बेटियां, उनमें से तीन के पति और 5 बच्चे मारे गए.