बर्लिन। यूरोपियन देश जर्मनी में तख्ता पलट की कोशिश करने वाले धुर दक्षिणपंथी चरमपंथियों के समूह राइषबुर्गर के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 25 सदस्यों व समर्थकों को हिरासत में लिया है. आरोप है कि फार राइट ग्रुप से जुड़े सदस्य प्रिंस को राष्ट्रीय नेता के रूप में देखना चाहते हैं, जिसे रूस का समर्थन हासिल माना जा रहा है.

समाचार एजेंसी के मुताबिक, राइषबुर्गर समूह के सदस्य जर्मनी को वैध राज्य नहीं मानते हैं, यही नहीं इनमें से कुछ सदस्य जर्मन साम्राज्य को राजशाही के लिए समर्पित मानते हैं, वहीं कुछ लोग नाजी विचारधारा से प्रेरित हैं. इसके अलावा कुछ लोग यह मानते हैं कि जर्मनी अभी सैन्य कब्जे के अधीन है.

जर्मनी सरकार ने तख्ता पटल की कार्रवाई को नाकाम करने के बाद कहा है कि इस मामले में कानून के अनुसार पूरी ताकत के साथ कार्रवाई की जाएगी. वहीं सैन्य खुफिया सेवा से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि सैनिक और ऐसे कई लोगों से भी पूछताछ की गई है जिन्हें जरूरत होने पर सेना में बुलाया जा सकता था.

बताया जा रहा है कि संदिग्ध चरमपंथियों के खिलाफ हुई कार्रवाई में 3,000 अधिकारियों ने देश के 16 में से 11 राज्यों की 130 जगहों पर छापेमारी की. कार्रवाई में 22 जर्मन नागरिकों व एक रूसी समेत 3 अन्य को आतंकी गुट में सदस्यता के शक में गिरफ्तार किया गया है. पकड़े गए लोगों में 72 साल के रिटायर्ड मिलिट्री कमांडर और राइट विंग पार्टी के पूर्व एमपी भी शामिल हैं.