नई दिल्ली। भारत में स्थिर राजनीतिक हालात के बीच अर्थव्यवस्था नई उंचाइयों को छूने रही है. चंद महीने पहले ब्रिटेन को पछाड़कर दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के बाद अब भारत के आने वाले दशकों में तीसरे और दूसरे स्थान पर जाने की बात हो रही है. Goldman Sachs ने अपनी एक रिपोर्ट में वर्ष 2075 तक भारत अमेरिका को पछाड़कर दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होने का अनुमान जताया है.
अमेरिकी बहुराष्ट्रीय निवेश बैंक और वित्तीय सेवा कंपनी Goldman Sachs ने मंगलवार को जारी अपनी रिपोर्ट में 2075 तक वैश्विक अर्थव्यवस्था की भविष्यवाणी करने का प्रयास किया है. कंपनी के अनुसार, 2050 में भारत जहां तीसरे स्थान पर होगा, वहीं चीन पहले और अमेरिका दूसरे स्थान पर होगा. अगले 25 सालों में स्थिति बदल जाएगी, और भारत अमेरिका को पीछे छोड़कर दूसरे स्थान पर पहुंच जाएगा.
Goldman Sachs का अनुमान है कि वर्ष 2075 तक जहां चीन की अर्थव्यवस्था 57 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर हो जाएगी, वहीं भारत 52.5 ट्रिलियन डॉलर के साथ दूसरे और 51.5 ट्रिलियन डॉलर के साथ अमेरिका तीसरे स्थान पर होगा. वहीं यूरोप की अर्थव्यवस्था 205 तक महज 30.3 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर ही रहेगी. जापान 7.5 ट्रिलियन डॉलर के साथ चौथे स्थान पर होगा.
कंपनी के अनुसार, अगले दशक के दौरान, वैश्विक विकास प्रति वर्ष औसतन 3% से कम रहेगा. इसके बाद यह वृद्धि धीरे-धीरे श्रम शक्ति के विकास में कमी के परिणामस्वरूप कम हो जाएगी. जिसके अनुसार वैश्विक संभावित विकास के उच्च-स्तर के निशान को पार कर लिया है. इस अनुमानित मंदी का अधिकांश हिस्सा जनसांख्यिकी के कारण है.
वैश्विक जनसंख्या वृद्धि पिछले 50 वर्षों में आधी हो गई है. धीमी जनसंख्या वृद्धि पर्यावरण पर कम दबाव पैदा करेगी लेकिन इसके साथ कई आर्थिक चुनौतियां पेश करेगी. बावजूद इसके उभरते देश विकास करना जारी रखेंगे और दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकते हैं. इनमें चीन, संयुक्त राज्य अमेरिका, भारत, इंडोनेशिया और जर्मनी सबसे महत्वपूर्ण होंगे. इसके अलावा नाइजीरिया, पाकिस्तान और मिस्र जैसे देश भी बड़ी अर्थव्यवस्थाओं की सूची में शामिल होंगे.