आजकल देखा जाता हैं कि लोगों को हड्डियों के कमजोर होने की समस्या बहुत सामने आती हैं, जिस कारण से मोच लगने, हड्डी टूटने या फ्रैक्चर होने के मामले बढ़ने लगे हैं। हड्डियों में फ्रैक्चर के कारण मांसपेशियों में भी सूजन हो जाती है, जिससे बहुत दर्द होता है। फ्रैक्चर होने पर पट्टा बांधा जाता हैं जो हड्डी जोड़ने का काम करता हैं।


हड्डी जुड़ने के बाद भी कमजोर होती हैं और दर्द बना रहता हैं। ऐसे में आपकी मदद कर सकते हैं कुछ तेल जिनकी मालिश से फायदा मिलते हुए हड्डियों को मजबूती मिलने के साथ ही दर्द और सूजन से निजात मिलती हैं। आइये जानते हैं इन तेल के बारे में।


लौंग का तेल
दर्द से राहत पाने में लौंग का तेल भी बहुत उपयोगी होता है। दरअसल, मसूड़ों और दांत दर्द से राहत पाने के लिए लौंग का सेवन सबसे आसान घरेलू नुस्खा है। इसी तरह हड्डी के टूटने पर तेज दर्द और सूजन के राहत पाने के लिए इस असेंशियल ऑयल का सेवन किया जा सकता है। इस तेल को भी आप किसी अन्य तेल में मिलाकर ही मसाज करें।


फिश ऑयल
हड्डियों और ज्वाइंट्स की समस्याओं के लिए फिश ऑयल यानी मछली के तेल को भी एक सप्लीमेंट्स के रूप में शामिल कर सकते हैं। यह तेल ओमेगा -3 फैटी एसिड से भरपूर होता है। हालांकि, इस तेल से मसाज करने से आपको काफी फायदा हो सकता है। लेकिन अगर आप इसे अपने आहार में एड करना चाहते हैं, तो एक बार एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। इस तेल के इस्तेमाल से हड्डियों की मजबूती को बढ़ाने के साथ-साथ इम्यूनिटी भी बढ़ाई जा सकती है।


सरसो का तेल
सरसो का तेल भी हड्डियां मजबूत करने में काफी फायदेमंद है। बॉडी को मजबूती प्रदान करने अलावा ज्वाइंट पेन में भी यह तेल काफी फायदेमंद है। इस तेल से आप बॉडी की मालिश कर सकते हैं। इससे आपको जरूर फायदा मिलेगा। इस तेल के इस्तेमाल से इम्यूनिटी भी बूस्ट होती है।


जैतून का तेल
जैतून के तेल से मालिश करने से हड्डियों को मजबूती मिलती है और फ्रैक्चर का प्रभाव कम होता है। यह मांसपेशियों में ब्लड सर्कुलेशन को भी बढ़ावा देता है। जिससे यह मांसपेशियों में सूजन, तनाव और ऐंठन जैसी समस्याओं को दूर करने में मददगार है। जैतून के तेल को गुनगुना करके इससे हड्डियों और मांसपेशियों की मालिश करें, इससे जल्द दर्द से छुटकारा मिलेगा।


लेवेंडर ऑयल
फैक्चर की स्थिति में इस तेल का उपयोग करना भी कारगर है। इस तेल में भी एंटी इंफ्लेमेटरी और एनाल्जेसिक गुण होते हैं। तनाव और एंजाइटी से राहत पाने में भी इस तेल को उपयोगी माना गया है। फैक्चर वाली जगह तेल से मालिश करने के लिए इसमें किसी अन्य तेल को मिलाकर ही काम लें। लेवेंडर ऑयल में नारियल का तेल या ऑलिव ऑयल का तेल मिलाया जा सकता है। हल्के हाथों से प्रभावित हिस्से की मसाज करें।


नीलगिरी का तेल
सांस संबंधी समस्याओं से राहत पाने के लिए नीलगिरी का तेल बहुत उपयोगी होता है। हड्डी के टूटने पर इस तेल की मसाज करने से भी जल्दी लाभ मिलेगा। इस तेल में दर्द दूर करने का गुण होता है। इसलिए मांसपेशियों के दर्द और ऐंठन की समस्या को दूर करने में इसे कारगर माना गया है। इस तेल का सीधे प्रयोग न करें। हालांकि फैक्चर की स्थिति में किसी भी तेल का प्रयोग चिकित्सक की सलाह से ही करें।


बादाम का तेल
क्या आप जानते हैं कि बादाम के तेल से भी आपकी हड्डियां मजबूत हो सकती है। इस तेल में विटामिनE पाया जाता है, जो अल्ट्रा-वॉयलेट किरणों से स्किन की सुरक्षा करने में प्रभावी है। यानी इस तेल से भी बॉडी की मसाज की जा सकती है।


तिल का तेल
दर्द की समस्या को दूर करने में तिल के तेल से मालिश करना बहुत फायदेमंद माना जाता है। अगर आप तिल के तेल को गर्म करके इससे फ्रैक्चर से प्रभावित हिस्से की मालिश करते हैं, तो इससे दर्द में बहुत आराम मिलता है। तिल के तेल में ओमेगा-3 फैटी एसिड, कॉपर, जिंक, कैल्शियम, मैग्नीशियम, प्रोटीन जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। ऐसे में इस तेल से हड्डियों की मालिश करने से आपकी हड्डियों को मजबूती मिलती है।


पुदीने का तेल
मांसपेशियों के दर्द से राहत पाने में पुदीने का तेल बहुल उपयोग होता है। इसका कूलिंग इफेक्ट त्वचा में अच्छी तरह से अवशोषित होकर दर्द को दूर करता है। पुदीने के तेल में एंटी बैक्टीरियल और एनाल्जेसिक प्रॉपर्टीज होती हैं, जो फैक्चर के बाद हड्डियों को जोडने में मदद करती हैं। इतना ही नहीं, यह तेल घाव वाली जगह ब्लड सर्कुलेशन को सही करने का काम करता है। इस तरह तेजी से हड्डियों के जुडने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है।

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