रायपुर. छत्तीसगढ़ सिविल सोसायटी 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस मनाने जा रही है. वीर बाल दिवस 26 दिसंबर को मनाया जाए, इसके लिए छत्तीसगढ़ सिविल सोसायटी विगत कुछ वर्षों से प्रयासरत थी. छत्तीसगढ़ सिविल सोसायटी के संयोजक डॉ. कुलदीप सोलंकी लगातार जन भावनाओं की आवाज को पहुंचाने के लिए काम करते रहे हैं. इसी कड़ी में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री को पत्र लिखकर निवेदन किया था कि 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के रूप में मनाने की घोषणा करें.
उन्होंने अपने पत्र में लिखा था कि इतिहास साक्षी है कि 26 दिसंबर 1705 को छोटे साहिबजादे जोरावरसिंग जी और फतेहसिंग जी (जिनकी उम्र मात्र 9 और 5 साल थी) दोनों को अत्याचारी वजीर खान ने जिंदा दीवार में चुनवा दिया था. दोनों साहिबजादों ने अदम्य साहस, वीरता और बहादुरी का परिचय देते हुए अत्याचार का सामना किया, अपने अंतिम समय तक यह आह्वान करते रहे कि –
देह सिवा वर मोहि इहै , सुभ कर्मन ते कबहुं ना टरों।
ना डरो असि सो जब जाइ लरो, निसचै करि अपुनी जीत करों।।
डॉ. कुलदीप सोलंकी ने लिखा था कि ऐसे अदम्य साहस और वीरता का दूसरा प्रमाण मानव सभ्यता में नहीं है. अतः आपसे निवेदन है की हम अपनी 300 से भी ज्यादा वर्षों की गलती को सुधारें और 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के रूप में मनाने का आदेश जारी करें. बता दें कि डॉ. कुलदीप सोलंकी द्वारा वीर बाल दिवस की घोषणा के लिये चलाए गए हैश ट्रेग #वीरबालदिवस ने विश्व के टॉप 10 में दूसरा स्थान बनाया था.
प्रधानमंत्री ने सुनी भावनाओं की आवाज :
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9 जनवरी 2022 को प्रकाश पर्व के अवसर पर घोषणा की थी, कि सिखों के 10 वें गुरु. गुरु गोविंद सिंह जी के चारों साहिबजादों को श्रद्धांजलि देने के लिए इस साल से 26 दिसंबर को ‘वीर बाल दिवस के रूप में मनाया जाएगा. इन महान हस्तियों ने धर्म के महान सिद्धांतों से विचलित होने की बजाय मौत को चुना. “श्री गुरु गोविंद सिंग जी और चार साहिबजादों की बहादुरी और आदर्शों ने लाखों लोगों को ताकत दी. उन्होंने कभी अन्याय के आगे सिर नहीं झुकाया. उन्होंने समावेशी और सौहार्दपूर्ण विश्व की कल्पना की. यह समय की मांग है कि और लोगों को उनके बारे में पता चले’’ इसलिए वीर बाल दिवस मनाया जाएगा.
आप भी करा सकते हैं बच्चों का सम्मान
छत्तीसगढ़ सिविल सोसायटी छत्तीसगढ़ के चार साहसी बच्चों को चयनित करके वीर बाल दिवस – 26 दिसंबर को चार साहिबजादो के नाम पर सम्मानित करेगी. इसके लिए छत्तीसगढ़ सिविल सोसायटी ने प्रदेश की जनता से अपील है की अपने आसपास किसी भी बच्चे द्वारा किए गए वीरता और अदम्य साहस के कार्य का विवरण व्हाट्सएप नंबर – 75872 59255 पर भेजें. ताकि योग्य उम्मीदवारों का चयन हो सके. नाम और विवरण व्हाट्सएप करने की अंतिम तिथि 22/12/2022 है. पात्रता : आयु 18 वर्ष से कम होनी चाहिए.
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