रायपुर। राज्यपाल अनुसुईया उइके अपने तीन दिवसीय दौरे के दौरान सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की. संसद परिसर स्थित कक्ष में दोनों के बीच करीबन आधे घंटे तक चर्चा हुई. राज्यपाल का अपने दौरे के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, पीएम मोदी सहित अन्य लोगों से मुलाकात का कार्यक्रम है. राजभवन ने उनके दौरे को रूटीन बताया है.

राज्यपाल अनुसुईया उइके का दिल्ली दौरा ऐसे समय में हो रहा है, जब छत्तीसगढ़ विधानसभा से पारित आरक्षण विधेयक उनके पास हस्ताक्षर के लिए लंबित है. इस विषय पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से लेकर उनके मंत्रिमंडल के तमाम सहयोगियों के साथ कांग्रेस पार्टी उन पर हस्ताक्षर करने का दबाव बनाए हुए हैं.

पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम ने राज्यपाल पर भाजपा के दबाव में आरक्षण विधेयक पर हस्ताक्षर नहीं करने का आरोप लगाते हुए प्रदेश हित में विधेयक पर दस्तखत करने की बात कही है. मरकाम ने कहा कि राज्यपाल ने ही सरकार को चिट्ठी लिखकर सत्र बुलाने कहा था. उनकी मंशा के अनुरूप सरकार ने विधानसभा से विधेयक पास कराया. भाजपा के विधायक विधेयक को विधानसभा में ही रोकना चाहते थे. यह भाजपा और आरएसएस का छिपा हुआ एजेंडा है.

दूसरी ओर नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने मनेन्द्रगढ़ में मीडिया से चर्चा में कहा कि सरकार बिना तैयारी के जल्दबाजी में विधेयक पेश किया. उन्होंने कहा कि राज्यपाल का अपना विवेक अधिकार होता है. उनके विधि सम्मत कार्य करने के तरीके हैं. भाजपा आरक्षण का समर्थन करती है लेकिन मुख्यमंत्री डाटा आयोग की रिपोर्ट के बिना प्रस्ताव ले आए.

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