प्रदीप मालवीय, उज्जैन। माता सीता के जीवन को लेकर मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा दिए बयान पर बवाल मच गया है। उज्जैन में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने मंत्री यादव का पुतला दहन कर विरोध जताया। कार्यकर्ताओं ने मंत्री से अपने बयान पर माफी मांगने की मांग की।
दरअसल, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने एक कार्यक्रम के दौरान माता सीता पर विवादित बयान देते हुए कहा था कि सीता माता का जीवन तलाक शुदा महिला जैसा था, जिस पर आपत्ति जताते हुए आज एनएसयूआई ने उज्जैन के टॉवर चौराहे पर उनका पुतला दहन किया और बयान पर माफी मांगने की मांग की ।
ये है पूरा मामला
उच्च शिक्षा डॉ. मोहन यादव ने नागदा में कारसेवकों के सम्मान में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मां सीता की तुलना आज की तलाकशुदा पत्नी की लाइफ से कर दी। मंत्री यादव ने कहा था कि ‘जिस सीता माता को राम इतना बड़ा युद्ध करके लाए, उन्हें गर्भवती होने पर भी राज्य की मर्यादा के कारण छोड़ना पड़ा। उस सीता माता के बच्चों को जंगल में जन्म लेना पड़ा। वह माता इतने कष्ट के बावजूद भी पति के प्रति कितनी श्रद्धा करती है कि वह कष्टों को भूल कर भगवान राम के जीवन की मंगल कामना करती है। आज के दौर में ये जीवन तलाक के बाद की जिंदगी जैसा है। भगवान राम के गुणों को बताने के लिए उन्होंने बच्चों को भी संस्कार दिए’। मंत्री यादव ने उनके धरती में समाने को लेकर भी बात कही और कहा कि ‘आज की भाषा में इसे आत्महत्या कहा जाता है।
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