स्पोर्ट्स डेस्क. स्पिनर कुलदीप यादव को दूसरे टेस्ट की अंतिम एकादश से बाहर करने के हैरानी भरे फैसले की पूर्व महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने आलोचना करते हुए इसे ‘अविश्वसनीय’ करार दिया है. बाएं हाथ के कलाई के स्पिनर कुलदीप ने चटगांव में पहले टेस्ट की पहली पारी में करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 40 रन पर 5 विकेट चटकाए थे. उन्होंने दूसरी पारी में भी 3 विकेट हासिल करते हुए मैच में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 113 रन देकर 8 विकेट अपने नाम किए थे जिससे भारत ने यह मैच 188 रन से जीता था.

हालांकि, मीरपुर में गुरुवार को शुरू हुए दूसरे टेस्ट में अंतिम एकादश में तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट ने उनकी जगह ली. जिससे गावस्कर, पूर्व टेस्ट गेंदबाज डोडा गणेश और पूर्व महिला कप्तान अंजुम चोपड़ा हैरान थी कि, आखिक टीम प्रबंधन ने ऐसा फैसला क्यों किया.

गावस्कर ने कहा कि, मैच के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी को बाहर करना, यह अविश्वसनीय है. मैं सिर्फ इसी शब्द का इस्तेमाल कर सकता हूं और यह एक सौम्य शब्द है. मैं काफी कड़े शब्दों का इस्तेमाल करना चाहता था, लेकिन यह अविश्वसनीय है कि आपने मैच के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी को बाहर कर दिया, जिसने 20 में से 8 विकेट चटकाए.

गावस्कर ने कहा कि, आपके पास 2 और स्पिनर (आर. अश्विन और अक्षर पटेल) थे. निश्चित तौर पर अन्य स्पिनरों में से किसी एक को बाहर किया जा सकता था. लेकिन उस खिलाड़ी को जिसने 8 विकेट चटकाए, उसे पिच को देखते हुए इस मैच में खेलना चाहिए था.