बिलासपुर- ये प्रतिभा का सम्मान है. हौसलाफजाई है. उम्मीदों को परवान पर चढ़ाने की कवायद है. यही नजारा आज बिलासपुर में उस वक्त देखने को मिला, जब बारहवीं की परीक्षा मे मेरिट लिस्ट में स्थान बनाने वाली संध्या कौशिक को कलेक्टर पी दयानंद ने खूब शाबाशी दी. जैसे ही बारहवीं के नतीजे घोषित हुए और मेरिट सूची में संध्या कौशिक का नाम सामने आया, कलेक्टर पी दयानंद ने संध्या के परिवार को अपने घर आने का न्यौता दिया. कलेक्टर ने मेरिट लिस्ट में आने वाली संध्या को सम्मानित किया. इस दौरान संध्या के पिता उमाकांत कौशिक भावुत हो उठे. उमाकांत पुलिस विभाग में वाहन चालक के पद पर कार्यरत हैं.
भावुक उमाकांत कौशिक ने कलेक्टर पी दयानंद से कहा कि उन्होंने कभी सोचा नहीं था कि उन्हें और उनकी बेटी को कलेक्टर खुद बुलाकर सम्मानित करेंगे. यह कहते हुए उनकी आंखें भर आई. कौशिक ने कहा कि बेटी ने उनका सीना चौड़ा कर दिया है. इस दौरान पी दयानंद ने संध्या से पूछा कि किस क्षेत्र में करियर बनाना चाहती हैं. तो संध्या ने कहा कि वह डाॅक्टर बनने के बाद सिविल सर्विसेज की परीक्षा क्लयीर कर आईएएस बनना चाहती है. कलेक्टर ने कहा कि यकीनन वह आईएएस जरूर बनेगी. कलेक्टर ने संध्या के पिता से कहा कि संध्या ने आपका और पूरे जिले का मान बढ़ाया है. ये साबित करता है कि बेटियां किसी से कम नहीं है. कलेक्टर ने कहा कि संध्या ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान को सही साबित करके दिखाया है. उल्लेखनीय है कि बिलासपुर के कुदुदंड निवासी संध्या कौशिक ने बारहवीं बोर्ड की परीक्षा में 97 फीसदी नंबर लाकर प्रदेश में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। संध्या ने मोहंती हायर सेकेंडरी से बारहवीं की परीक्षा उत्तीर्ण की है.