शब्बीर अहमद,भोपाल। मध्यप्रदेश में संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल मंगलवार देर रात खत्म हो गई है. प्रदेश भर में पिछले 20 दिन से 32 हजार संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी हड़ताल पर बैठे थे. स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी और अधिकारियों से बातचीत और आश्वासन के बाद कर्मचारियों ने हड़ताल खत्म करने का फैसला लिया है. आज सभी कर्मचारी काम पर लौट जाएंगे. लेकिन हड़ताल समाप्त करने के फैसले पर प्रदेश पदाधिकारियों ने जिलाध्यक्षों से राय नहीं ली. जिससे एक गुट की हड़ताल खत्म और दूसरे गुट की जारी है.

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संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों में दो फाड़

संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों के एक गुट ने हड़ताल की खत्म कर दी है, तो दूसरे गुट ने जारी रखी है. प्रदेश पदाधिकारियों ने अधिकारी और मंत्री के साथ बैठक कर हड़ताल खत्म करने का फैसला था. हड़ताल खत्म करने की प्रदेश पदाधिकारियों ने जिलाध्यक्षों को जानकारी नहीं दी. प्रदेश पदाधिकारियों से जिलाध्यक्ष नाराज हो गए हैं. हड़ताल खत्म फैसले को लेकर प्रदेश पदाधिकारियों ने जिलाध्यक्ष से कोई चर्चा नहीं की. हड़ताल खत्म करने के फैसले में रायशुमारी नहीं करने से जिलाध्यक्ष नाराज है. जिलास्तर पर आंदोलन जारी रखने का फैसला लिया है,

दरअसल नियमितीकरण और बाहर किए गए कर्मचारियों की बहाली की मांग को लेकर संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी 20 दिन से हड़ताल पर थे. स्वास्थ्य मंत्री और अधिकारियों से बातचीत के बाद कर्मचारी हड़ताल से वापस लौट जाएंगे. 1 महीने के अंदर आदेश जारी करने की शर्त पर खत्म की हड़ताल की गई है. लेकिन नाराज कर्मचारियों का दूसरे गुट की हड़ताल जारी है.

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संविदा कर्मचारियों की मांग है कि शासन की नीति 5 जून 2018 के अनुसार नियमितिकरण का 90% वेतनमान और सपोर्ट स्टाफ, निष्कासित कर्मियों की बहाली पर आदेश जल्द जारी होंगे. यदि आदेश जारी नहीं किए गए तो हड़ताल फिर शुरू कर दिए जाएंगे.

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बता दें कि संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी 15 दिसंबर से आनिश्चितकालीन हड़ताल पर थे. संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने सरकार के समक्ष समान कार्य समान वेतन और नौकरी से बाहर किए गए कर्मचारी को वापस लेने व नियमित करने की मांग रखी थी. इस दौरान पकोड़े तलने, हवन करने और चाय बेचने समेत तमाम तरीके से आंदोलन कर सरकार का ध्यान खींचा गया. सम्मान पत्र लौटा दिया. विपक्ष ने भी मुद्दे को उठाया.

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