मकर संक्रांति का पर्व नजदीक है 14 जनवरी पर मनाई जाने वाली मकर संक्रांति को लेकर अलग-अलग हिस्से में कई तरह की परंपराएं हैं, जो सदियों से आज भी चली आ रही हैं. ये परंपराएं एक तरफ जहां हमारी संस्कृति से जुड़ी हैं, तो वहीं दूसरी तरफ अगर कभी गौर करें तो आप पाएंगे कि प्राचीन काल में इन परंपराओं की वजह से, इस संस्कृति की वजह से लोग एक-दूसरे से काफी जुड़े हुए थे और स्वस्थ रहने में ये परंपराएं और इनसे संबंधित खान-पान अहम भूमिकाएं निभाते थे. ग्रामीण इलाकों में आज भी दही-चूड़ा की इन परंपराओं का लोग निर्वहन कर रहे हैं, जिससे आज भी ये परंपराएं जीवित हैं.

दही-चूड़ा का इस्तेमाल ने स्वाद हो जाता दोगुना

हम बात कर रहे हैं दही-चूड़ा की. बिहार में इस व्यंजन को सबसे ज्यादा पसंद मकर सक्रांति के त्योहार पर किया जाता हैं. बता दें कि पौराणिक कहानियों से लेकर पारंपरिक कर्मकांड में दही-चूड़ा का जिक्र होता है. पूरे भोजपुर में कोई शुभ काम विशेषकर दावत तबतक पूरी नहीं होती जबतक दही-चूड़ा न परोसा जाए. बिना आग यानी चूल्हे के ही यह खाना तैयार हो जाता है. मिठास के लिए पारंपरिक ढंग से इसमें देसी गुड़ का इस्तेमाल करते हैं. यह भोजन हाई फाइबर और लो-कैलोरी से भरा हुआ है. Read More – साइंस ने भी मना रुद्राक्ष के पानी में है दम, इसका इलेक्ट्रोमैग्नेटिक पॉवर जादुई रूप से करता शरीर में काम…

यूपी-बिहार से लेकर नेपाल तक में फेसम

यह व्यंजन न केवल स्वाद में बेहतर होता है, बल्कि सेहत के लिहाज से भी इसके कई फायदे देकर गए हैं. जिसे खा कर लोग तरोताजा महसुश करते हैं. यह व्यंजन आपके पेट को स्वस्थ और भरा हुआ रख सकता है. बिहार के फेमस व्यंजन दही-चुड़ा को यूपी, झारखंड के साथ ही नेपाल में लोग काफी पसंद करते हैं. वहीं अगर बिहार की बात करें तो, बिहार का मिथिला जिला दही-चुड़ा के लिए काफी प्रसिद्ध हैं. यहां के लोग दही-चुड़ा इतना पसंद करते है कि इनके हर भोज में इस व्यंजन को शामिल किया जाता हैं. धार्मिक मान्यतानुसार भगवान श्रीराम के विवाह में जो बराती अयोध्या से मिथिला गए थे. उनका जगह-जगह स्वागत-सतकार हो रहा था. उन्हें दही-चुड़ा का भोज कराया जा रहा था.

इसे खाने से पोषक तत्व मिलते हैं

दही-चूड़ा में आयरन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होता है. आयरन की कमी वाले लोगों के लिए यह बहुत फायदेमंद होता है. इससे एनीमिया रोग का खतरा भी टाल सकता है. गर्भवती महिलाओं के लिए भी दही-चूड़ा का सेवन लाभदायक होता है, वह इसलिए क्योंकि इसका सेवन करने से शरीर से शरीर को पोषक तत्व मिल जाते हैं. Read More – Today Recipe : खिचड़ी में Try करें कुछ नया, बनाएं पौष्टिकता से भरपूर हरियाली खिचड़ी …

दही-चूड़ा क्या होता है?

दही-चूड़ा बिहार के मिथिला का एक प्रसिद्ध व्यंजन हैं, जो अब पूरी देश में फेमस है. चूड़ा चावल से बनाया जाता है. इसमें दही और गुड़ के अलावा शक्कर मिश्रित किया जाता है.