बांदा. उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में बंदरों के आतंक से ग्रामीण दहशत में हैं. यहां बंदरों ने 2 वर्षीय मासूम बच्चे को छत फेंक दिया. जिससे बच्चे की मौत हो गई. अबतक गांव में बंदरों के आंतक से 2 साल के बच्चे समेत 3 लोगों की मौत हो चुकी है.

पूरा मामला तिंदवारी थाना क्षेत्र के छापर गांव का है. यहां बंदरों का आतंक इतना बढ़ गया है कि ग्रामीण दहशत में जीने को मजबूर हैं. बंदरों के आतंक से आए दिन घटनाएं हो रहीं हैं. बावजूद इसके प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है.

गांव में बंदरों ने एक दो वर्षीय मासूम बच्चे को छत से फेंक दिया. जिससे उसकी मौत हो गई. अबतक क्षेत्र में 3 लोगों की मौत हो चुकी है. साथ ही गांव के कई लोगों और मवेशियों को बंदरों ने काट कर घायल हो गए हैं.

इसे भी पढ़ें-  तीर्थराज प्रयागराज में माघ मेले का आगाज, स्नान पर्व पर उमड़ा आस्था का जनसैलाब

ग्रामीणों ने डीएम, पुलिस समेत वन विभाग तक गुहार लगाई, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है. वहीं मामले में डीएफओ ने कहा कि बंदर वन्यजीव की श्रेणी में नहीं आते हैं. बंदरों को भगाना वन विभाग का काम नहीं है. DFO का कहना है कि बंदरों के लिए न बजट है न ही प्रशिक्षित कर्मचारी हैं.

इसे भी पढ़ें- अनूप जलोटा ने भारत जोड़ो यात्रा को बताया राहुल की वॉकिंग यात्रा, कहा- भारत अब सोने की चिड़िया नहीं शेर है

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus