रायपुर।16 जून को छ्त्तीसगढ़ के आंदोलन को केवल नैतिक समर्थन देने के भारतीय किसान संघ के बयान पर छत्तीसगढ़ किसान मज़दूर संघ ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. संघ के संकेत ठाकुर ने कहा कि समर्थन मांगा किसने था. उन्होंने कहा कि आरएसएस और भाजपा से जुड़े किसी भी संगठन का समर्थन इस आंदोलन को नहीं चाहिए. उन्होंने कहा कि भारतीय किसान संघ ही मंदसौर घटना के असली गुनेहगार है.
दिग्भ्रमित करने के लिए जारी किया बयान- आंदोलन करने वाले किसान
छत्तीसगढ़ किसान-मजदूर संघ का कहना है कि कि लोगों को दिग्भ्रमित करने के लिए भारतीय किसान संघ ने ये बयान जारी किया है. छग किसान मजदूर महासंघ के नेता राजकुमार गुप्ता ने कहा भारतीय किसान संघ कभी भी इस आंदोलन का हिस्सा नहीं थी. न ही किसी ने उनसे समर्थन मांगा है.
कई संगठन आंदोलन से जुड़े, प्रशासन ने ली बैठक
इस बीच इस आंदोलन में 7 और संगठन जुड़ गए हैं. अब कुल 28 संगठन आंदोलन में हिस्सा लेंगे. आंदोलन शांतिपूर्वक रहे इसके मद्देनज़र रायपुर में एडिशनल एसपी और एडीएम ने किसान नेताओं से मुलाकात की. पुलिस ने किसान नेताओं से आंदोलन के दौरान शांति बनाए रखने की अपील की. इस पर आंदोलनकारियों ने कहा कि आंंदोलन शांतिपूर्वक होगा लेकिन अगर आंदोलन को जबरदस्ती रोकने की कोशिश की गई या नेताओं को गिरफ्तार करने की कोशिश की गई तो हालात उग्र हो सकते हैं. क्योंकि तब किसानों को समझाने वाला कोई न रहे.
पुलिस आपराधिक प्रवत्ति के लोगों पर नज़र रखे- आंदोलनकारी किसान
संघ के नेताओं ने कहा कि उनके आंदोलन में कोई अपराधी किस्म का व्यक्ति घुसकर इसे खराब न करे इसलिए पुलिस ऐसे व्यक्तियों पर नज़र रखे. इससे पहले आंदोलन को लेकर हुई बैठक में किासनों ने अपनी रणनीति बदली है. अब प्रदेश के सभी जिलों में आंदोलन न करके 22 जिलों के करीब 30 जगहों पर केंद्रित किया गया है ताकि स्थिति न बिगड़े और आंदोलन सफल रहे.