चंडीगढ़। पंजाब राज्य औद्योगिक निर्यात निगम (PSIEC) के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर एसपी सिंह को पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने गिरफ्तार किया है. रियल्टर फर्म को निगम के अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ मिलीभगत से फायदा पहुंचाने के आरोप पर एसपी सिंह के खिलाफ यह कार्रवाई की गई है.

राज्य विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि मामले में पूर्व उद्योग मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा और निगम के अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. उन्होंने मोहाली में गुलमोहर टाउनशिप फर्म को औद्योगिक भूखंड के हस्तांतरण की अनुमति दी गई थी. इस मामले में गुलमोहर टाउनशिप के तीन मालिकों को भी नामजद किया गया है.

विजिलेंस ब्यूरो ने पीएसआईईसी के सात आरोपी अधिकारियों व कर्मचारियों को गिरफ्तार कर तीन दिन की पुलिस रिमांड पर लिया है. इनमें एस्टेट ऑफिसर अंकुर चौधरी, जीएम देविंदर पाल सिंह, जीएम प्लानिंग जेएस भाटिया, एटीपी प्लानिंग आशिमा अग्रवाल, एग्जीक्यूटिव इंजीनियर परमिंदर सिंह, डीए रजत कुमार और एसडीई संदीप सिंह शामिल हैं.

टाउनशिप के लिए दी थी मंजूरी

आरोप है कि पीएसआईईसी के इन अधिकारियों ने मिलकर मोहाली की फर्म को अवैध तरीके से फायदा पहुंचाने के लिए सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाया. मामले के एक अन्य आरोपी तेजवीर सिंह का निधन हो चुका है, जबकि सुखदीप सिंह सिद्धू और रियल्टर फर्म के निदेशक जगदीप सिंह, गुरप्रीत सिंह और राकेश कुमार शर्मा अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं.

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