प्रतीक चौहान. रायपुर. रेलवे के वैगन रिपेयर शॉप में कथित रूप से हुए करीब दो करोड़ रूपए के गबन के मामले में अब रेलवे के आला अधिकारियों ने अपने उच्च अधिकारियों को बचाने का खेल शुरू कर दिया है.

 आलम ये है कि जांच करने वाली विजिलेंस टीम ने सिर्फ एक कर्मचारी को पूरे गबन का मुख्य आरोपी बनाकर उसके खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज करने आवेदन भेज दिया. ये आवेदन खमतराई थाना पुलिस के पास अधिकारी लेकर पहुंचे है.

लेकिन हैरानी की बात ये कि इस मामले में जिस अधिकारी के शासकीय खाते से ये पैसे ट्रांसफर हुए है वो अब तक पुलिस के पास न शिकायत करने पहुंच रहे है और न पुलिस को इस मामले में जानकारी दे रहे है. वहीं जो रेलवे कर्मचारी पुलिस के पास शिकायत लेकर पहुंच रहे है उन्हें इस मामले में कोई खास जानकारी नहीं है. यही कारण है कि पुलिस ने अब तक करीब 2 करोड़ रूपए के गबन के मामले में एफआईआर दर्ज नहीं की है.

जबकि खमतराई पुलिस ने रेलवे अधिकारियों से पूरे खाते के ट्रांजेक्शन, खाताधारक अधिकारी के संबंध में पूरी जानकारी और पैसे ट्रांसफर करने वाले आरोपी के संबंध में विस्तृत जानकारी मांगी है.

सूत्र तो यहां तक बताते है कि जिस कर्मचारी पर गबन का आरोप है उसका ट्रांसफर करीब 1 साल पहले हो गया था. लेकिन वैगन रिपेयर शॉप के अधिकारियों ने उन्हें रिलीव नहीं किया था. यही कारण है कि इन सभी सवालों से बचने के लिए वो पुलिस के पास नहीं जा रहे है. वहीं सूत्रों के मुताबिक इस गंभीर मामले की जांच के लिए बिलासपुर जोन से और उच्च अधिकारियों की टीम रायपुर पहुंची है. वहीं रायपुर से करीब 40-45 फाइलें लेकर विजेलेंस की टीम बिलासपुर के लिए 1 दिन पहले रवाना हुई है.