निलेश भानपुरिया, झाबुआ। मध्यप्रदेश के झाबुआ जिले (Jhabua) से एक संगीत शिक्षक (Music Teacher) की घिनौनी करतूत सामने आई है। जहां क्लास खत्म होने के बाद शिक्षक ने नाबालिग छात्रा (Minor Girl Student) को घर बुलाकर उसके कपड़े उतरवा दिए। इतना ही नहीं उसके साथ अश्लील हरकत कर जान से मारने की धमकी भी दी। वहीं परिजनों ने शिक्षक पर अश्लील फिल्म (Obscene Movie) और बालिकाओं को एकांत रूम में बुलाने का आरोप लगाया है।

हमारे जीवन में माता-पिता के बाद सबसे ज्यादा अहमियत हमारे गुरुजन रखते हैं। जो ज्ञान की शिक्षा देकर हमारे जीवन को जगमगा देते हैं। घर के बाद शिक्षा का मंदिर जहां माता-पिता अपने बच्चों को सुरक्षित महसूस करते हैं और शिक्षक के भरोसे बच्चों को स्कूल भेज देते हैं, लेकिन क्या होगा जब शिक्षा देने वाला ही भक्षक हो जाए।

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हम बात कर रहे हैं पश्चिमी मध्यप्रदेश के आदिवासी अंचल झाबुआ जिले (Jhabua) के मेघनगर बाफना पब्लिक स्कूल (Bafna Public School) की। जहां कक्षा 9 में अध्ययनरत बच्ची के साथ संगीत शिक्षक (Music Teacher) द्वारा अश्लील हरकत करने का मामला सामने आया है। स्कूल में पढ़ने वाली नाबालिग छात्रा (Minor Girl Students) और परिजनों ने शिकायत दर्ज करते हुए बताया कि स्कूल के संगीत शिक्षक शैलेंद्र प्रकाश चंद्र गोंजा (42) निवासी मंदसौर (Mandsaur) संगीत क्लास खत्म होने के बाद भी मुझे अलग से संगीत सिखाने की बात कह कर बैड टच (Bad Touch) और अश्लील हरकत करता था। कई बार स्कूल परिसर में मेरा हाथ पकड़ा और अश्लील हरकत की।

इतना ही नहीं बीते शनिवार उसने मुझे निजी निवास स्थान पर बुलाकर जबरदस्ती मेरे कपड़े खुलवाए और कपड़े फाड़ दिए। अश्लील हरकत कर जान से मारने की धमकी दी। परिजनों की शिकायत पर बाफना पब्लिक स्कूल के शिक्षक शैलेंद्र के विरुद्ध पॉक्सो एक्ट (POCSO ACT) आईपीसी (IPC) की धारा 354, 506 मामला पंजीबद्ध कर आरोपी को गिरफ्तार (Arrest) किया गया है।

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सबसे बड़ा सवाल यह है कि बेटियां शिक्षा के मंदिर कहे जाने वाले पवित्र स्थान पर बैठे ऐसे बदमाशों का शिकार होगी तो सुरक्षित कहां है। मध्यप्रदेश में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की कई स्लोगन दीवारों और शिक्षा विभाग में सांस्कृतिक आयोजन में बोले जाते हैं। इसका जवाब आज तक नहीं मिल पाया कि बेटियों को भ्रूण से तो हम बचाने का प्रयास कर लेते है, लेकिन पढ़ाते समय बेटियों को आत्म सम्मान और इज्जत की सुरक्षा कहां है।

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