पीताम्बर जोशी, नर्मदापुरम। जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) (Janta Dal United) के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव (Sharad Yadav) का बीती रात दुखद निधन हो गया। उनके निधन की खबर मिलते ही पूरे देश समेत नर्मदा अंचल और उनके गृह ग्राम आखमऊ में शोक की लहर है। जानकारी के मुताबिक शरद यादव के पार्थिव शरीर को शुकवार को एअरलिफ्ट के माध्यम से भोपाल लाया जाएगा। भोपाल से उनके पार्थिव शरीर को नर्मदापुरम की माखन नगर तहसील अंतर्गत आने वाले उनके गृहग्राम आखमऊ लाया जाएगा। परिजनों के मुताबिक शरद यादव का अंतिम संस्कार शनिवार की सुबह करीब 10 बजे गृह ग्राम आखमऊ में ही किया जाएगा।

शरद यादव और उप प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल

परिजनों द्वारा उनके अंतिम संस्कार को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई है। घर के पास ही बने खलिहान में जहां वे हमेशा गांव आने के बाद घूमने निकला करते थे, उसी स्थान पर उनके अंतिम संस्कार की तैयारियां की जा रही है। उनके बड़े भाई एसपीएस यादव ने बताया कि करीब 10 बजे रात को शरद यादव के साले साहब का फोन आया और उन्होंने रोते-रोते उनके निधन की खबर सुनाई। उन्होंने बताया कि साहब का इंतकाल हो गया है।

शरद यादव का पुश्तैनी घर

शरद यादव का जन्म
शरद यादव का 1 जुलाई 1947 को जन्म मध्य प्रदेश के होशंगाबाद (अब नर्मदापुरम) जिले के बाबई (अब माखन नगर) तहसील स्थित आखमऊ गांव में एक किसान परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम नंद किशोर यादव और माता का नाम सुमित्रा यादव था।

शरद यादव

गांव में ही ली थी प्राथमिक शिक्षा

बड़े भाई एसपीएस यादव ने बताया कि शरद यादव प्राथमिक शिक्षा कक्षा नौवीं तक गांव में पास करने के बाद आगे की पढ़ाई इटारसी में की। इसके बाद कॉलेज की पढ़ाई और सक्रिय राजनीति में उन्होंने अपना पदार्पण किया। उनके भतीजे शैलेश यादव ने बताया कि शनिवार सुबह 10 बजे के करीब उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। जिसमें कई दिग्गज नेताओं के अंतिम दर्शन में पहुंचने की उम्मीद है।

शरद यादव का परिवार
शरद यादव की शादी डॉ रेखा यादव से हुई। शरद यादव की दो संतान हैं। उनके बेटे का नाम शांतनु और बेटी का नाम सुभाषिनी है। बेटी का विवाह गुरुग्राम के एक राजनीतिक परिवार में हुआ है और बेटा अभी अविवाहित है।

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