नेहा केशरवानी, रायपुर. राजधानी में एजुकेशन हब में चौपाटी का विरोध कर रहे पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने 11 दिन बाद अनिश्चितकालीन धरने को नारियल पानी पीकर स्थगित कर दिया है. जिसकी घोषणा पूर्व सीएम रमन सिंह ने की है. हालांकि, केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी के आश्वासन के बाद धरना स्थगित किया गया है. वहीं इस मामले को लेकर नेता प्रतिपक्ष चंदेल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव और पूर्व सीएम ने सरकार पर निशाना साधा है. डॉ रमन सिंह ने कहा, इस आंदोलन ने छत्तीसगढ़ को जगाया है. सरकार बेनकाब हुई है.

नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने अपने भाषण में कहा, चौपाटी का निर्माण कर शिक्षा संस्थाओं को नष्ट किया जा रहा है. रायपुर शहर को चौपट कर दिया है. राजधानी के नागरिक हैरान और परेशान हैं. शिक्षा संस्थाओं का हनन हो रहा. 2023 में दिशाहीन सरकार को हटाना है. शहर को कबाड़ बनाकर रख दिया.

प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा, आंदोलन से पूरा नगर निगम हिल गया है. एजुकेशन हब को बर्बाद करने का काम रायपुर नगर निगम कर रही है. पूरा छत्तीसगढ़ को नशा का गढ़ बनाने का काम हो रहा है. राष्ट्रीय स्तर पर इस आंदोलन की चर्चा हो रही है. रायपुर शहर को बचाने का यह आंदोलन है. प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में स्मार्ट सिटी बनाने का निर्णय लिया था, लेकिन यहां राशि का दुरुपयोग हो रहा भ्रष्टाचार हो रहा. जल्द ही दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा. बीजेपी अब चैन से नहीं बैठेगी, पूरी ताकत से जनविरोधी काम के लिए लड़ेगी. मामले को संज्ञान में लेकर निष्पक्ष कमेटी बनाकर पूरी जांच होगी. भारत सरकार ने जांच का भरोसा दिया है.राजधानी को बचाने को लेकर मिलकर लड़ेंगे.

वहीं पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह ने तंज कसते हुए कहा, इस आंदोलन ने छत्तीसगढ़ को जगाया है. सरकार बेनकाब हुई है. छत्तीसगढ़ को बेचने की साजिश है. यहां एजुकेशन हब है, इतने बड़े परिसर को बर्बाद करने में लगे हुए हैं. सरकार को चेतावनी हैं अभी भी सम्भल जाओ, उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है. छत्तीसगढ़ की जनता सरकार बनाना जानती है तो सरकार बदलना भी जानती है.

जानकारी के अनुसार, केंद्रीय मंत्री ने डॉ रमन सिंह को मामले की पूरी जांच करवाने का आश्वासन दिया है. केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी के आश्वासन के बाद धरना स्थगित किया गया है.