रायपुर. आंखों की खूबसूरती ही नहीं रोशनी भी बढ़ाता है काजल. ऐसा माना जाता है कि शुद्ध काजल आंखों में लगाने से आंखों से संबंधित कई तरह की बीमारियां ठीक हो जाती हैं. ज्योतिष शास्त्र में काजल और सुरमा का संबंध शनि, राहु और केतु ग्रह से माना गया है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राहु को जादू टोना और मतिभ्रम का कारक ग्रह माना जाता है. ज्योतिष में ऐसा कहा जाता है कि राहु के उपाय के तौर पर जातक को काजल और सुरमा का उपयोग करना चाहिए. आज हमको काजल और सुरमा लगाने के ज्योतिषी फायदों के बारे में बता रहे हैं.
सफेद सुरमा मंगल दोष को ठीक करेगा
यदि आप की मंगल ग्रह की दशा ठीक नहीं चल रही है तो इसके लिए आप रोजाना हनुमान चालीसा का पाठ करने के साथ-साथ सफेद सुरमा अपनी आंखों में लगाएं. ऐसा करने से मंगल की दशा ठीक हो जाएगी और यदि आपका मंगल सही रहेगा तो शनि, राहु और केतु सभी दोष स्वत: ही समाप्त हो जाएंगे.
शनि की साढ़ेसाती में सुरमे का टोटका
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि आप शनि की साढ़ेसाती से बचना चाहते हैं, तो आपको 1 शीशी में काले रंग का सुरमा लेकर शनिवार के दिन व्यक्ति के सिर से पैर तक 9 बार उतार कर इस शीशी को किसी अज्ञात स्थान पर जमीन में गाड़ दें, और जाते हुए इसे पीछे मुड़कर ना देखें. ऐसा करने से व्यक्ति के ऊपर शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव कम हो जाता है.
काजल की डली बचाएगी आपकी नौकरी
यदि आप के कार्यालय में आपकी नौकरी को लेकर कोई समस्या चल रही हो या फिर आपकी नौकरी जाने का खतरा बना हुआ हो तो ऐसे में आपको काजल की बड़ी डली लाकर उसे शनिवार के दिन किसी सुनसान जगह पर जाकर जमीन में गाड़ देना चाहिए. इस उपाय को करते समय ये ध्यान रखें की काजल की डली कम से कम 5 ग्राम या उससे अधिक हो. ऐसा करने से आपकी नौकरी पर आया संकट टल जाएगा.
काजल और सुरमा में अंतर
काजल क्या है?
काजल एक ऐसा प्रोडक्ट्स है, जिसे कार्बन का इस्तेमाल करते तैयार किया जाता है. यह सुरमा से गाढ़ा होता है. मार्केट में आपको कई तरह के काजल आसानी से मिल जाएंगे. इन दिनों सुरमा की तुलना में काजल का इस्तेमाल अधिक होता है. क्योंकि इससे आंखों को तुलनात्मक रूप से कम जलन होती है.
सुरमा क्या है?
काजल की तरह सुरमा भी एक आई प्रोडक्ट है. इसका इस्तेमाल भी आंखों पर काजल की तरह किया जाता है. यह आपको पाउडर फॉम में मिलता है. इसके बारे में कहा जाता है कि यह कोहिनूर नामक पत्थर के इस्तेमाल से तैयार किया जाता है. सुरमा को सुरमेदानी के इस्तेमाल से आंखों में लगाया जाता है. इसे लगाने के बाद आपकी आंखों को काफी ठंडक मिलती है. हालांकि, कुछ समये कि लिए आपको तीखी सी जलन होगी, लेकिन थोड़ी देर बाद आपको काफी आराम मिलेगा. अधिकतर सुरमा काले रंग का ही होता है. वहीं, कहीं-कही आपको सफेद सुरमा भी मिल सकता है.