रोहित कश्यप, मुंगेली। बच्चे भगवान के रूप होते हैं और सनातन धर्म में बच्चियों को देवी का स्वरूप मानकर पूजा जाता है. वहीं दूसरी तरफ कलयुग में ऐसे राक्षस भी हैं, जो नन्ही बच्चियों को भी हवस का शिकार बनाने से बाज नहीं आ रहे हैं. ऐसी ही एक घटना निजी स्कूल संचालक के बस कंडक्टर के द्वारा स्कूल से लौटते वक्त चलती बस में 5 साल की बच्ची के साथ घिनौनी हरकत की गई, जिसकी शिकायत परिजनों ने थाने में की है. बच्ची उस हादसे के बाद से डरी हुई है.

बता दें कि ग्राम करही में संचालित निजी स्कूल में प्रार्थी की बच्ची अध्ययनरत है. व्यस्तता के चलते परिजनों ने स्कूल से संचालित बस में उसके आने जाने के लिए व्यवस्था बना रखी है. गत दिवस जब उनकी बच्ची स्कूल से घर पहुंची तो वह रो रही थी. मां के पूछने पर उसने बताया कि बस के दाढ़ी वाले अंकल ने उसके साथ गंदी हरकत की है, जिस कारण उसे दर्द हो रहा है.

मां ने जब चेक किया तो देखा कि बच्ची के गुप्तांग से लगातार खून बह रहा था, जिसे लेकर प्राथमिक उपचार के लिए निजी हॉस्पिटल पहुंचे. डॉक्टर ने उपचार के दौरान बताया कि बच्ची से घिनौनी करतूत की गई, जिस वजह से खून का रिसाव हो रहा है.

इसके बाद परिजनों ने थाने पहुंचकर आरोपी बस कंडक्टर के विरूद्ध अपराध दर्ज करने की मांग की. मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपी मनीष तिवारी उर्फ नीलू के विरूद्ध धारा 376 एबी लैंगिक अपराधों से बालको का संरक्षण अधिनियम 2012 के तहत प्रकरण दर्ज कर आरोपी की गिरफ्तारी की गई.

ऐसी घटना बताती हैं कि दरिंदे किसी भी शक्ल में हो सकते हैं. यह किसी को देखकर अंदाजा नहीं लगाया जा सकता. कल तक जिस शख्स के भरोसे परिजन अपनी बच्ची को स्कूल भेज रहे थे, उसी ने उसके साथ ऐसी गंदी हरकत की, जिससे बच्ची की जान भी जा सकती थी. घटना के बाद से ही मां का रो रोकर बुरा हाल है.

थाने पहुंचकर मामले को दबाने का प्रयास

परिजनों का आरोप है कि स्कूल प्रबंधन को सिर्फ इस बात की चिंता है कि उसके स्कूल की छवि खराब न हो. इस मामले में स्कूल का नाम सामने न आए वे इसी प्रयास में लगे हैं. बच्ची इतने बड़े हादसे का शिकार हुई है. बावजूद उन्हें सिर्फ अपने स्कूल की चिंता है. बहरहाल पुलिस ने गैरजमानती धाराओं में अपराध दर्ज कर आरोपी मनीष तिवारी को गिरफ्तार कर लिया है.

आखिर…इतनी व्यस्तता भी किस काम की

बच्चों का भविष्य बेहतर बनाने मां-बाप अपने वर्तमान को न्यौछावर कर रहे हैं. यदि वे बच्चे ही न रह जाए तो ऐसे भविष्य का फिर मां बाप क्या करेंगे. माता-पिता अपनी व्यस्तता के चलते छोटे-छोटे बच्चों को बस से, ऑटो से स्कूल भेज रहे हैं. परिजनों को चाहिए कि बच्चा जब तक अच्छी और बुरी हरकतों के बारे में न जान जाए बच्चों को किसी गैर के साथ नहीं भेजना चाहिए.

गुड टच एवं बेड टच की जानकारी है जरूरी

बच्चों के लिए यह अत्यंत आवश्यक है, उन्हें ये पता होना चाहिए कि क्या गुड टच है और क्या बैड टच..। इसके अलावा उन्हे यह भी सिखाएं कि यदि उन्हे कोई बैड टच कर रहा तो इसका खुलकर विरोध करें. माता पिता एवं शिक्षक को इसकी जानकारी दें.

स्कूली बच्चों वाले वाहनों में कैमरा लगाने की मांग

चर्चा के दौरान परिजनों ने कहा कि हमारी बच्ची के साथ जो कृत्य हुआ है, भविष्य में किसी और बच्ची के साथ न हो इसके लिए स्कूल संचालकों को वाहनों में कैमरे लगवाने चाहिए, जिसकी कनेक्टिविटी स्कूल प्रबंधन एवं परिजनों के साथ हो. यदि ऐसा होता है तो सभी बच्चे सुरक्षित रहेंगे.

परिजनों ने की फांसी की मांग

बच्ची के परिजन आरोपी को फांसी देने की मांग कर रहें हैं. उनका कहना है कि जिस व्यक्ति को 5 साल की मासूम में हवस नजर आ रहा है. ऐसे लोग समाज के लिए घातक हैं. ऐसे लोगों को जल्द से जल्द फांसी पर लटका देना चाहिए, ताकि समाज से ऐसी गंदगी साफ हो, इसके बाद ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति बंद हो जाएगी.

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