प्रदीप सिंह ठाकुर, देवास। मध्य प्रदेश के देवास में वार्ड क्रमांक 30 के बीजेपी पार्षद शीतल गहलोत और नगर निगम के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर नागेश वर्मा के बीच बुधवार को निगम परिसर में विवाद हो गया। बताया जा रहा है कि सांसद निधि से वार्ड में विकास कार्य के टेंडर को लेकर पार्षद और इंजीनियर के बीच बहस बाजी हुई। साथ ही एक-दूसरे को अपशब्द कहे। मौके पर मौजूद लोगों ने बीच-बचाव कर दोनों पक्षों को शांत किया।
बताया जा रहा है कि घटनाक्रम के बाद अपने बड़े अधिकारियों से राय सुमारी कर एग्जीक्यूटिव इंजीनियर नागेश वर्मा कोतवाली थाने पर पहुंचे। वर्मा के पहुंचने के कुछ देर बाद भाजपा पार्षद गहलोत भी थाने पर पहुंच गए। यहां पर भी विवाद की स्थिति बनती हुई दिखी, लेकिन मीडियाकर्मियों की उपस्थिति देख और अधिक संख्या में लोगों के होने के कारण मामला आगे नहीं बड़ा। हालांकि सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है, जो कई प्रकार के संकेत दे रहा है। दोनों ही पक्ष को कोतवाली थाना प्रभारी महेंद्रसिंह परमार ने सुना। खबर लिखे जाने तक मामला अभी आवेदन तक ही पहुंचा है। भाजपा पार्षद के समर्थन में कई अन्य पार्षद भी साथ नजर आए।
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एग्जीक्यूटिव इंजीनियर नागेश्वर ने कहा कि पार्षद से उनका विवाद हुआ था, इस दौरान पार्षद ने उन्हें अपशब्द कहे, जिससे वो कोतवाली पहुंचे। इधर, भाजपा पार्षद शीतल गहलोत का कहना है कि विकास कार्यों को लेकर निगम एग्जीक्यूटिव इंजीनियर नागेश वर्मा से बात की थी। जिसके बाद उन्होंने मेरे साथ भी झूमा झपटी की और अपशब्द कहे। इस संबंध में हमने कोतवाली टीआई से चर्चा की है और आगे रायशुमारी लेकर आगे का निर्णय लिया जाएगा।
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