वाराणसी: वाराणसी में एक बड़ा हादसा हो गया है. मंगलवार को शाम एक निर्माणाधीन फ़्लाईओवर का हिस्सा गिर गया. पुल के नीचे से गुज़र रही कई गाड़ियां फ़्लाईओवर के पिलर की चपेट में आ गई. पिलर के नीचे से 18 लोगों के शव निकाले जा चुके हैं. वहीं 7 घायल है जिसमें 2 की हालत गंभीर बताई जा रही है. तीन लोगों को मलबे के नीचे से ज़िंदा निकाला गया है. एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन का राहत और बचाव ऑपरेशन ख़त्म हो गया है.
पीएम नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है वाराणसी. घटना के बाद पीएम मोदी और सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे पर दुख जताते हुए दोषियों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई की बात कही है. वहीं फ़्लाईओवर बना रही एजेंसी सेतु निगम के 4 अफ़सरों को सस्पेंड कर दिया गया है. सीएम ने हादसे की जांच के लिए एक कमेटी बना दी है. जो 48 घंटे में अपना रिपोर्ट सौंपेगी. यह दुर्घटना वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन के पास जीटी रोड पर कमलापति त्रिपाठी इंटर कॉलेज के सामने हुई है. घटनास्थल का नजारा बड़ा ही वीभत्स है. निर्माणाधीन पिलर के नीचे चार कारें, पांच ऑटो, एक सिटी बस और कई मोटरसाइकिल दब गई हैं.
नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात कर स्थिति का जायजा लिया और हादसे में मारे गए लोगों के परिजन के प्रति संवेदना व्यक्त की. साथ ही प्रभावित लोगों की हर सम्भव मदद सुनिश्चित करने को कहा है.
सीएम योगी बीती रात ही वाराणसी पहुंचे और अस्पताल जाकर घायलों से मिले. सीएम बुधवार को घटनास्थल का दौरा भी करेंगे. डिप्टी सीएम और पीडब्लूडी मंत्री केशव प्रसाद मौर्य मंगलवार को ही घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं.
राज्य सरकार की ओर से हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों के लिए 5-5 लाख रुपए और गंभीर रूप से घायलों के लिए 2-2 लाख रुपए के मुआवज़े का एलान किया गया है. घायलों के मुफ़्त इलाज के निर्देश दिए गए हैं.
वहीं राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी घटना पर दुख व्यक्त करते हुए शोक जताया है. प्रशासन द्वारा बचाव कार्य और घायलों की सहायता के सभी प्रयास किए जा रहे है. शोकाकुल परिवारों के प्रति संवेदनाएं प्रकट की हैं.