जयपुर. राजस्थान के जयपुर में चल रहे लिटरेचर फेस्टिवल में शनिवार को कांग्रेस नेता और सांसद शशि थरूर ने शिरकत की। उन्होंने राज्य में कांग्रेस के दो बड़े नेताओं के बीच चल रही खींचतान पर टिप्पणी करते हुए कहा कि किसी बड़े नेता को नकारा-निकम्मा, गद्दार-कोरोना कहना सही नहीं है। उन्होंने कहा-जब हम अपने साथियों के बारे में बोल रहे हैं तो सोच समझकर बोलना चाहिए। मैंने विरोधियों को भी ऐसे शब्द नहीं कहे।
साथियों से की रिक्वेस्ट
थरूर ने कहा कि मैं अपने साथियों से यही रिक्वेस्ट करता हूं कि अपने ही भाई-बहनों के बारे में ऐसे कहना अच्छा नहीं है। हमें अपने मतभेदों को मिटाने की कोशिश करनी चाहिए। लोगों के अलग-अलग विचार भी हो सकते हैं। इसे कहने के दूसरे तरीके भी हो सकते हैं। मैं भी चाहूंगा कि पार्टी के अंदर हमें एक-दूसरे से प्रेम से रहना चाहिए। मैंने अपने विरोधियों को भी ऐसे शब्द नहीं कहे।
राजनीति में कीचड़ नहीं चाहता
थरूर ने कहा कि मुझे राजनीति में 14 साल का वक्त हो गया है। मैंने किसी के बारे में कभी भी ऐसा कुछ कहने या उकसाने की कोशिश नहीं की। मैं राजनीति में कभी भी कीचड़ कुश्ती नहीं करना चाहता। यही सोचकर मैंने काफी इश्यूज को अवॉइड किया