अमृतांशी जोशी, भोपाल। मध्यप्रदेश के नवआरक्षकों (new constables) को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने आज नियुक्ति पत्र सौंपा। कार्यक्रम में गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा (Home Minister Narottam Mishra) और डीजीपी सुधीर सक्सेना (DGP Sudhir Saxena) भी मौजूद थे। इस अवसर पर सीएम शिवराज ने कहा कि पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के माध्यम से ये भर्तियां मेहनत के आधार पर हुई हैं। अपनी लगन से नव आरक्षक नियुक्त होने के लिए मैं आपको बधाई देता हूं।

सीएम शिवराज ने कहा कि हमारा काम केवल बाकी की तरह सिर्फ नौकरी नहीं है। हमने संकल्प देशभक्ति का किया है। एमपी पुलिस का गौरवसाली इतिहास रहा है। जब जब भारत के किसी हिस्से में राष्ट्र विरोधी गतिविधियों करने वाले ने सिर उठाया, एमपी पुलिस ने उन्हें कुचल दिया। प्रदेश मेंकभी डकैतों का आतंक था। हमने तय किया की किसी भी कीमत पर डकैत नहीं रहेंगे, पुलिस के जवानों ने सबको समाप्त कर दिया। कहा कि नक्सलवाद को कौशलता से रोका, किसी ने जुर्रत नहीं की। हमारे ही जवानों ने एक साल में एक करोड़ 14 लाख के नक्सलियों को मार गिराया है।

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सीएम की टिप्स
इस अवसर पर उन्होंने नव आरक्षकों को टिप्स भी दिए। कहा कि एमपी पुलिस का चेहरा संवेदनशीलता के चेहरे को कभी बिगाड़ने मत देना। पुलिस की वर्दी पहनी है इसकी मर्यादा को कभी मत भूलना नहीं। ये वर्दी अपराधियों को कुचलने के लिए और सज्जनों का उद्धार करने के लिए है।इसपर कभी कलंक मत लगने देना। इस वर्दी की इज्जत हमेशा रखना। शिवराज ने कहा कि भारत मां के दूध की लाज रखना। बोले- हम जैसे काम करेंगे वैसा ही नाम बनेगा। पुलिस के आंख कान आरक्षक हैं। बीट में रहने वाले आरक्षक को हमेशा पता रहता है कि उसके क्षेत्र में क्या हो रहा है।सबकी जन्मकुंडली आपके पास रहती है। कहा कि हमारा चरित्र ही हमारी पूंजी है। कई लोग हमारे पास आस पास आने का प्रयास करेंगे। जुए, सट्टे वाले ये सबसे पहले कोशिश करते हैं कि आए और पुलिस से कहे हमारा मामला शांत हो जाए।

सज्जनों के लिए फूल से ज्यादा कोमल और दुष्टों के लिए वज्र से ज़्यादा कठोर

मैं साफ साफ कह रहा हूं, ऐसे लोगो से सावधान रहना है। बोले कि सज्जनों के लिए फूल से ज्यादा कोमल और दुष्टों के लिए वज्र से ज़्यादा कठोर रहना है। सीएम नेकहा कि मुझे एमपी पुलिस पर गर्व है। टीम के साथ करना और आगे जाना है तो टीम के साथ ही जाना। टीमवर्क बिलकुल मत भूलना, टीम स्पिरिट बनी रहनी चाहिए।पीएम ने डीजीपी कांफ्रेंस में उल्लेख किया कि सड़कों पर उतरकर एमपी पुलिस काम कर रही है। अपराधियों को कुचल दो, नेस्तनाबूत कर दो। किसी मासूम बिटिया पर गलत नजर से देखा तो बुलडोजर चलाने का काम किया है। एमपी पुलिस ने सिमी का नेटवर्क कुचल दिया है। इस साख को बढ़ाना और आगे बढ़ते रहना है। कोई कठिनाई आए तो चिंता मत करना सरकार आपके पीछे खड़ी है। कहा कि टेक्नोलॉजी के साथ आगे बढ़ना और साइबर क्राइम से भी निपटना है।

अवकाश देना चुनाव का विषय नहीं

शिवराज ने कहा कि जॉब में तनाव होता है पर मत लेना। डीजीपी इस बात का ध्यान रखें कि कोई भी जवान तनाव में ना रहे। अवकाश देना हमारे लिए चुनाव का विषय नहीं है। अवकाश निश्चित तौर पर समय सीमा में देना ही चाहिए। इस पर पूरी टीम मिलकर विचार करे। कहा कि हेल्थ पर ध्यान दें वो हमारी सफलता की पहली पूंजी है। बोले कि मैं आपका शुभचिन्तक और अभिभावक हूं। कहा कि अपराधियों को तबाह किए बिना काम नहीं चलेगाकई बार मैंने कहा है कि अच्छा काम करने के लिए चार गुण है। पांव में चक्कर, मुंह में शक्कर, सीने में आग और माथे पर बर्फ होना चाहिए। कहा कि ऐसी वाणी सिर्फ सज्जन और जनता के लिए बोलिए।

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