बगरू. राजस्थान के बगरू में हुई एक शादी इन दिनों पूरे देश में चर्चा का विषय बन गई है। दरअसल आम शादियों से अलग हटकर यहां न कोई शोर शराबा हुआ और न ही कोई दिखावा। सादगी भरे समारोह में दूल्हा-दुल्हन ने गौमाता को साक्षी मानकर विवाह किया। बगरू की चैतन्य धाम श्री रामदेव गोशाला में बसन्त पंचमी पर गौसेवा परिवार समिति जयपुर और गोभक्तों की ओर से आयोजित विवाह समारोह में गोसेवक जोड़े ने गोमाता को साक्षी मानकर फेरे लिए।

वैदिक मंत्रोच्चार हुआ
गोभक्त हेमलता थावानी निवासी मानसरोवर जयपुर का विवाह छीपा बडौद कोटा निवासी गोसेवक और कथावाचक अंकित शर्मा के साथ हुआ। गोमाता की 56 भोग की सजीव झांकी, गोपूजन और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ ही पाणिग्रहण संस्कार संपन्न हुआ। विष्णु अग्रवाल मिठड़ीवाले व नरेश अग्रवाल ने बताया कि कोरोना काल में हेमलता के पिता का निधन होने के बाद परिवार की आर्थिक स्थिति बिगड़ गई थी।

बारातियों का गोशाला में हुई स्वागत
युवती ने गोशाला में गौसेवक से ही विवाह करने का संकल्प लिया था जो बसन्त पंचमी को पूरा हुआ। अब नवविवाहित जोड़े का ससुराल व पीहर गोशाला ही रहेगा। विवाह को लेकर गोशाला को सजाया गया। गोशाला संचालक चंपालाल चौधरी, श्रीराम बजाज, ओमप्रकाश रावत, गोशाला अध्यक्ष भंवरलाल बेसरवाडिया, बाबूलाल मेड़वाले, बनवारीलाल शर्मा, श्रीराम यादव, रमेश मेहता व वधू पक्ष के परिजनों ने बारातियों का स्वागत सत्कार किया।

महिला संगीत में भजनों से गूंजा परिसर
महिला संगीत में भजनों का आयोजन हुआ। गोशाला में गोपेश्वर धाम मन्दिर में सेवायत पं.सुनील तिवाड़ी महाराज के सान्निध्य में दोनों ने गोमाता का आशीर्वाद लेकर गोशाला को ही ससुराल व पीहर माना। गोशाला परिसर में सजी सुरभि गोमाता की सजीव और 56 भोग की भव्य झांकी सजाई गई। पद्मश्री मुन्ना मास्टर व गोपाल विजय ने गोमाता की सामूहिक आरती की। श्री कामधेनु सत्संग हॉल परिसर में वरमाला का आयोजन हुआ। वर-वधू को गोबर से बनी कलाकृतियां दी गई। दूल्हा अंकित शर्मा बीकॉम हैं वहीं दुल्हन एमकॉम है।