लखनऊ. उत्तर प्रदेश में रामचरितमानस विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. समाजवादी पार्टी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने बुधवार को ट्वीट कर फिर इस विवाद की आग को हवा दी है.
स्वामी प्रसाद मौर्य ने ट्वीट कर हा कि ‘मानस की आपत्तिजनक कुछ चौपाइयों को संशोधित व प्रतिबंधित करने की मांग को, कुछ लोग श्रीराम, हिंदू धर्म और रामचरितमानस से जोड़कर मामले को भटकाने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसे ही लोग महिलाओं, आदिवासियों, दलितों व पिछड़ों के 97% आबादी के सम्मान के विरोधी हैं.
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बता दें कि स्वामी प्रसाद ने मंगलवार को ट्वीट कर तंज कसते हुए कहा था कि ‘मैंने तो सिर्फ रामचरिमानस की कुछ पंक्तियों पर आपत्ति जताते हुए उन्हें हटाने की मांग की थी. मैंने तो यह बात सांविधानिक दायरे में रह कर की थी. मेरे खिलाफ एफआइआर इसलिए दर्ज कराई गई, क्योंकि मैं पिछड़ा हूं जबकि मेरे अंग काटने की सुपारी देने वाले साधु संतों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.
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