इन दिनों सड़क किनारे जगह-जगह मिट्टी से बने मटके और बर्तनों की दुकानें नजर आ जाएगी. इनमें अब नई डिजाइन की कलरफुल मटकिया और तरह तरह के बर्तन लुभा रहे हैं. खास बात यह है कि राजस्थान की मिट्टी से बने मटके और बर्तनों की खासी डिमांड है. गरीबों का फ्रिज कहलाने वाले मटके अब नई डिजाइन में तैयार है. इनमें कई तरह के मिट्टी मिट्टी के बर्तन भी है.

शहर में मिट्टी के बर्तनों के विके्रता नागेन्द्र ने बताया कि राजकोट से लेकर अहमदाबाद, जोधपुर, जयपुर, अजमेर, बासवाड़ा जैसे शहरों में तैयार हो रहे मिट्टी के बर्तनों की मांग कुछ सालों में अधिक हो गई है. इनमें अधिक समय पानी ठंडा तो रहता है. यही नहीं ऑक्सीजन की मात्रा भी अधिक होती है. इसी कारण इनकी बिक्री अधिक है. Read More – बच्चों को इस तरह सीखाएं किचन के ये छोटे-छोटे काम, साथ ही बनाएं उन्हें सेल्फ डिपेंडेंट …

पिछले साल की अपेक्षा इस बार 20 प्रतिशत तक दामों में बढ़ोतरी हुई है. लेकिन गर्मी के सीजन में बिक्री अच्छी होने की संभावना है. इसके अलावा पानी की बोटल से लेकर अन्य फैंसी और डिजाइनर बर्तन भी तैयार हो रहे है. इनकी मांग भी बढ़ती जा रही है. फ्रिज की अपेक्षा मिट्टी के बर्तनों को ही आम लोग ठंडा पानी के लिए अधिक पसंद करते है.

स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हुए लोग

लोग मिट्टी के बर्तनों की और लौट रहे हैं. कोरोना के बाद लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति ज्यादा जागरूक हुए है. मिट्टी के मटको में भरे पानी में ऑक्सीजन की मात्रा ज्यादा होती हो. यह पानी शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ने के साथ स्वास्थ्य के लिए लाभदायक भी है. Read More – Sidharth Malhotra और Kiara Advani की हो गई परमानेंट बुकिंग, शादी के बाद रोमांस में डूबा दिखा नया जोड़ा …

एक्सपर्ट भी देते हैं इसकी सलाह

नेचुरोपैथी एक्सपर्ट प्रीतिका मजूमदार के अनुसार मानव शरीर पंचतत्वों से मिलकर बना है. जिसमे से एक तत्व मिट्टी है. एक कहावत तो सभी ने सुनी होगी. ये माटी का तन है, काठी से जल जाएगा.ये माटी से आया है, माटी में मिल जाएगा. मिट्टी तत्व की पूर्ति तो हम रोज के खानपान से करते है. इसमें मिट्टी के मटके का अपना एक अहम रोल है. मटके के पानी में अलकलाइन गुण होते हैं जिससे इसका बैलेंस रहता है और यह पानी सेहत के लिहाज से भी काफी बेहतर होता है.