रायपुर. आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी और राष्ट्रीय प्रवक्ता संजीव झा ने आज कहा कि मोदी-अडानी घोटाला देश की आजादी का अब तक का सबसे बड़ा घोटाला है. आंकड़े रखते हुए उन्होंने कहा की 2014 में अडानी की संपत्ति थी 37000 करोड़ जो 2018 में संपत्ति हुई 59000 करोड फिर 2020 में संपत्ति हुई ढाई लाख करोड़ और कोरोना काल के दौरान 2022 में संपत्ति 13 लाख करोड़ हुई. इस घोटाले के विरोध में आम आदमी पार्टी 12 फरवरी को रायपुर में भाजपा कार्यलय का घेराव करेगी.

संजीव झा ने आगे कहा कि मोदी ने एक व्यक्ति को सारे संसाधन देकर उसको दुनिया का दूसरे नंबर पर सबसे अमीर व्यक्ति बना दिया. अडानी को मोदी ने कोयला दिया, गैस दिया, बिजली दिया, पानी दिया, सड़क दिया, सीमेंट दिया, स्टील दिया, एयरपोर्ट दिया, सिपोर्ट (बंदरगाह) दिया. यानी आकाश से लेकर पाताल तक जो कुछ भी मोदी के हाथ में था वह सब कुछ अडानी को सौंप दिया.

इतना ही नहीं विदेश में तरह तरह के ठेके जैसे बांग्लादेश में बिजली का ठेका दिलवाया. श्रीलंका में बिजली का ठेका दिलवाया. ऑस्ट्रेलिया में माइनिंग का ठेका दिलवाया. साथ ही साथ जब ऑस्ट्रेलिया में प्राइवेट बैंक उनको कर्जा देने के लिए तैयार नहीं हो रही थी तो 7.5 हजार करोड रुपए का एसबीआई से कर्जा दिलवाया. मोदी ने अडानी को ढाई लाख करोड़ का कर्ज दिया.

संजीव झा ने जोर देते हुए कहा कि जब अडानी की कंपनियां घाटे में चलने लगी तो मोदी ने अडानी के 84 हजार करोड़ रूपए का कर्जा भी माफ किया. एक बेरोजगार को, किसान को, रेहड़ी वाले को ढाई लाख का कर्ज चाहिए, यदि एक मजदूर को अपनी बेटी की शादी के लिए ढाई लाख का कर्जा चाहिए तो उसकी चप्पल घिस जाएगी लेकिन उसे कर्जा नहीं मिलेगा और मोदी ने अडानी को ढाई लाख करोड़ का कर्जा माफी दे दी.

मॉरीशस जैसे देश में, कैरेबियाई जैसे देशों में जो टैक्स हेवेन देश कहे जाते हैं. जिन देशों में कर की छूट है, उन देशों में 38 फर्जी कंपनियां खोलकर अडानी ने हजारों लाखों करोड़ों अपनी कंपनी में लगाया. जब उसने यह पैसा अपनी कंपनियों पर लगाया तो शेयर के दाम बढ़ गए. कंपनी का मुनाफा नहीं था. कंपनी के मुनाफे के हिसाब से उसके शेयर के दाम नहीं बढ़ रहे थे. बल्कि विदेशों से जो काला धन अडानी अपनी कंपनियों में लगा रहा था, उसके हिसाब से शेयर के दाम बढ़ रहे थे. भारत में उसके शेयर ओवर वैल्यू हो रहे थे. यह वास्तविक दाम नहीं हैं, लेकिन गलत ढंग से अपने शेयर के दाम बढ़ाए गए.

जब गलत ढंग से शेयर के दाम बढ़ाए गए, मान लीजिए 2000 के शेयर को 4000 का कर दिया. बाहर से पैसा पंप करके उसके शेयर की वैल्यू बढ़ गई. जब वैल्यू बढ़ी तो उसी के आधार पर उसने एसबीआई, एलआईसी, पंजाब नेशनल बैंक आदि तमाम बैंकों से कर्ज ले लिया. यह सारा कर्ज चुका नहीं पाया क्योंकि सभी कंपनियां तो घाटे में चल रही थीं. जब इन्हीं सब बातों का खुलासा हुआ तो मोदी की सरकार भाग रही है. वह जवाब नहीं दे रही है और न ही कोई जांच ही करने की बात कर रही है. हम उनसे जेपीसी बनाने की बात कर रहे हैं. हम उनसे कह रहे हैं कि बताइए आपने एक ही व्यक्ति को इतना फायदा क्यों दिया?

एलआईसी में इस देश के करोड़ों लोगों का पैसा लगा है. किसी ने अपनी बेटी की शादी के लिए पैसा लगाया है. किसी ने बुढ़ापे की पेंशन के लिए पैसा लगाया है. घर में कोई बीमार हो जाए उसके लिए पैसा लगाया है. मकान बनाने के लिए पैसा लगाया है. एसबीआई में लोगों ने इसलिए पैसा लगाया है कि मुसीबत में वह पैसा उनके काम आएगा. लेकिन आज एलआईसी और एसबीआई में करोड़ों लोगों का पैसा डूब रहा है. 65,400 करोड रुपए 8 दिन में एलआईसी का डूब गया. आम आदमी पार्टी जेपीसी से इसकी जांच कराने की मांग कर रही है? अगर मोदी जी गलत नहीं हैं, तो वह जांच से क्यों भाग रहे हैं?

इसे भी पढ़ें – मोदी और निर्मला पर बरसे CM: मुख्यमंत्री बघेल ने कहा- अडानी सत्ता पक्ष पर भारी, सदन में एक शब्द नहीं बोले, BJP नेता लगाएं नाना का सरनेम, वित्त मंत्री पर कहा…

यह काला धन अडानी से भाजपा को जाता है? भाजपा उस पैसे को विधायकों की खरीद-फरोख्त में लगाती है? ना ईडी अडानी के खिलाफ कार्यवाही करती है, ना सीबीआई करती है और ना सेबी करती है. विपक्ष के खिलाफ कार्रवाई करनी होती है तो सारी संस्थाएं सक्रिय हो जाती हैं. सब को जेल में डालने लग जाते हैं. फर्जी कार्रवाई करने के लिए ईडी, सीबीआई, सेबी सभी लगे रहते हैं. लेकिन जब इतना बड़ा घोटाला पकड़ा गया है, दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा के मोदी ने अडानी के साथ मिलकर दुनिया का सबसे बड़ा घोटाला किया है. पूरे विश्व में सभी देशों में बदनामी हो रही है लेकिन अदानी के खिलाफ भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी जी दोनो सिर्फ लाग लपेट में लगे हुए है.

प्रदेश प्रभारी और राष्ट्रीय प्रवक्ता संजीव झा ने अंत में कहा कि कल 12 फरवरी को आम आदमी पार्टी छत्तीसगढ़, रायपुर में भाजपा कार्यालय का इस मामले को लेकर घेराव करेगी और राज्यपाल महोदया को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भी सौंपेगे कि जेपीसी बनाकर इस मामले की जांच हो.

छतीसगढ़ की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक 
मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
दिल्ली की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
English में खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
मनोरंजन की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक