नई दिल्ली. तमिलनाडु के तूतीकोरिन में एक बार फिर हिंसा भड़क गई है. तमाम एहतियात के बावजूद भी स्थानीय अस्पताल में प्रदर्शनकारी और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प हो गई है. इस झड़प को रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े. हिंसक प्रदर्शन में एक की मौत हो गई है. इस तरह कुल मिलाकर 13 लोगों की मौत हो गई है. शहर के पूरे इलाके में धारा 144 लागू कर दिया गया है.
बता दें कि मंगलवार को तूतीकोरिन शहर के लोग वेदांता ग्रुप की स्टरलाइट कॉपर के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे है. इस बीच पुलिस और प्रदर्शन कारियों के बीच झड़प हो गई. जिसके बाद पुलिस कार्रवाई में लगभग एक दर्जन से अधिक लोग मारे गए. वहीं 42 से अधिक लोग गंभीर रुप से घायल हो गए है. हिंसक प्रदर्शन पर गृह मंत्रालय ने तमिलनाडु सरकार से रिपोर्ट मांगी है.वहीं इधर मद्रास हाईकोर्ट ने भी कंपनी के नए प्लांट के निर्माण पर फिलहाल रोक लगा दिया है. अंतरराष्ट्रीय खनन कंपनी वेदांता लिमिटेड की स्टरलाइट कॉपर तांबे को ढालने का काम करती है और तूतीकोरिन स्थित इस प्लांट से सालाना करीब चार लाख टन तांबा ढाला जाता है.राहुल ने खेद तो एमके स्टालिन ने सरकार ठहराया जिम्मेदार
इस मामले को लेकर देशभर में तमिलनाडु सरकार लोगों के निशाने पर आ गई है. लोगों ने इस मामले पर सरकार की निंदा की है. राहुल गांधी ने मामले पर ट्वीट कर खेद जताया तो वहीं डीएमके पार्टी के अध्यक्ष एमके स्टालिन ने इस हिंसा के लिए सरकार को जिम्मेदार बताया है. डीएमके ने सभी विपक्षी दलों ने एक जुट होकर 25 मई को सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने का आह्वान किया है.
घायलों से कमल हसन ने की मुलाकात
फिल्म कलाकार और राजनीति में उतर चुके कमल हासन ने तूतीकोरिन हिंसा पर दुख जताया है. साथ ही कमल हासन सुबह तूतीकोरिन हिंसा में घायल लोगों से मिलने पहुंचे.