रायपुर. AICC का 85वा अधिवेशन 24 से 26 फरवरी तक रायपुर में प्रस्तावित है. कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कांग्रेस के प्रस्तावित महाधिवेशन पर कहा, अधिवेशन की तैयार जोरों पर है. तैयारियों की समीक्षा लेने प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा आ रही हैं. तैयारियों के लिए जो कमेटियां बनी है उनकी बैठक भी ली जाएगी. बैठक में विभिन्न कमेटियों के कामों का बंटवारा किया जाएगा. अभी तक जो कार्य हुए हैं उसकी समीक्षा की जाएगी. बैठक में सीएम, मोहन मरकम और चंदन यादव भी शामिल होंगे. सभी नेता अधिवेशन स्थल का भी जायजा लेंगे. लोकसभा में सांसद विजय बघेल के केंद्रीय एजेंसियों से जांच की मांग पर कांग्रेस ने पलटवार किया है.

सुशील आनंद ने कहा, सीएम ने कहा है कि जिस भी एजेंसी से जांच करानी है करा लें, हम तैयार हैं. लोकसभा में गृहमंत्री से पूछना चाहिए कि छत्तीसगढ़ में अपराधों की क्या स्थिति है. छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद अपराधों में गिरावट आई है. छब्त्ठ के आंकड़े बताते हैं कि महिलाओं के प्रति अपराधों में 62 प्रतिशत कमी आई है. नक्सलवादी घटनाओं में 80, नक्सल हत्याओं में 58, संगठित अपराधों में 72 प्रतिशत तक की कमी आई है. भाजपा के नेता संसद में भी झूठ बोलते हैं.

अधिवेशन के बाद संगठन में बदलाव को लेकर शुक्ला ने कहा, कांग्रेस में जो अधिवेशन होता है वह लोगों के लिए उत्सुकता का विषय होता है. घर के बुद्धिजीवी लोग बड़ी उत्सुकता से कांग्रेस की ओर देखते हैं. सीडब्ल्यूसी का भी चुनाव होना है. विभिन्न विभाग के जनरल सेक्रेटरी और संगठनात्मक ढांचे का भी निर्माण होगा. प्रदेश कांग्रेस की ओर से भी विभिन्न विभागों के ढांचे का निर्माण किया जाएगा.

‘भाजपा का चरित्र अलोकतांत्रिक’

राज्यपाल में हुए बदलाव के बाद चुनावी राज्यों में भाजपा के समीकरण बनाए जाने के सवाल पर सुशील आनंद ने कहा, भाजपा का चरित्र अलोकतांत्रिक है. भाजपा कोई भी कदम अपने राजनैतिक नफे और नुकसान के अनुसार उठाती है. संवैधानिक संस्थाओं पर कब्जा करना, उनके मूल तत्वों को नष्ट करना भाजपा का अंतर्निहित चरित्र है. माना जा सकता है राज्यपाल का बदलाव आने वाले चुनाव को देख कर किया है.

‘हिंदू के हितों में नहीं होता आरएसएस का कोई भी काम’

देशभर के संतो के साथ आरएसएस की पदयात्रा को लेकर सुशील आनंद ने कहा, कोई भी संत होगा वह आरएसएस की पदयात्रा में शामिल नहीं होगा. आरएसएस का उद्देश्य देश में गंगा जमुना तहजीब पे प्रहार करना शुरू से है. एक तरफ वह हिंदू राष्ट्र की बात करते हैं दूसरी तरफ मसीही भोज का आयोजन करते हैं. मुसलमानों का सम्मेलन आयोजन करते हैं. आप पहले यह तो बताइए कि आप का मूल उद्देश्य क्या है? देश में रहने वाले मुसलमानों, ईसाइयों और बौद्धों के खिलाफ बात करते हैं. दूसरी ओर आप एकता स्थापित करने के लिए उनके साथ भोज का आयोजन करते हैं. आरएसएस का उद्देश्य भाजपा का हित साधने के लिए मतों का ध्रुवीकरण करना है. आरएसएस का कोई भी काम हिंदू के हितों में नहीं होता.

इसे भी पढ़ें – आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं-सहायिकाओं को अल्टीमेटम : 48 घंटे के भीतर काम पर नहीं लौटने पर सैलरी रोकने और नौकरी से निकालने का आदेश जारी

Aamir Khan के साथ काम कर चुकीं इस एक्ट्रेस का हुआ निधन, इस फिल्म निर्माता की थीं बहन …

आठ साल के घायल मासूम ने भी तोड़ा दम : कोरर में स्कूली बच्चों से भरी ऑटो-ट्रक की भिड़ंत में 8वीं मौत, मेकाहारा में चल रहा था इलाज

अब नहीं काटने होंगे RTO दफ्तर के चक्कर : परिवहन सुविधा केंद्र से करा सकेंगे सेकंड हैंड गाड़ियों का नाम ट्रांसफर, सिर्फ 100 रुपए देने होंगे अतिरिक्त चार्ज

CG NEWS : राजधानी में मिला नवजात बच्ची का शव, जांच में जुटी पुलिस