प्रयागराज. कानपुर देहात में मां-बेटी की जलकर मौत का मामला अब इलाहाबाद हाईकोर्ट पहुंच गया है. इस मामले की हाईकोर्ट में निष्पक्ष सीबीआई जांच की मांग में याचिका दाखिल की गई है. साथ ही याचिका में जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई और परिवार को मुआवजे की मांग की गई है. हाईकोर्ट से जांच की मॉनिटरिंग किए जाने की भी अपील की गई है.

हाईकोर्ट के अधिवक्ता गौरव द्विवेदी की ओर से यह पत्र याचिका एक्टिंग चीफ जस्टिस प्रीतिंकर दिवाकर को भेजी गई है. यह लेटर पिटीशन स्वदेश संस्था व प्रयाग लीगल एंड क्लीनिक की ओर से दाखिल की गई है. याचिका में प्रिंसिपल सेक्रेट्री होम, कमिश्नर कानपुर, डीएम कानपुर देहात, एसडीएम मैथा कानपुर देहात, एसपी कानपुर देहात, थाना प्रभारी मैथा कानपुर देहात, लेखपाल ग्राम चलहा को पक्षकार बनाया गया है. कोर्ट अगर लेटर पिटिशन को सुनवाई के लिए मंजूर करता है तो इस पर जल्द सुनवाई हो सकती है. 

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बता दें कि इस घटना में छप्पर के साथ कृष्ण गोपाल की पत्नी प्रमिला और उनकी बेटी नेहा जिंदा जल गईं थीं, जिससे उनकी मौत हो गई. झुलसे कृष्ण गोपाल का इलाज चल रहा है. उनके बेटे शिवम दीक्षित की तहरीर पर एसडीएम, एसओ व लेखपाल समेत 39 लोगों के खिलाफ हत्या समेत गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. परिजन जिलाधिकारी की कार्यशैली से नाराज हैं. बताया जा रहा है की डीएम नेहा जैन ने कब्जा खाली करने के लिए पुलिस और एसडीएम पर दबाव बनाया था. पुलिस के पास डीएम के कारनामे का सबूत है. डीएम के आदेश पर ही एसडीएम और पुलिस फोर्स मौके पर गई थी.

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