मनीष राठौर,राजगढ़। मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले के जीरापुर के सिविल अस्पताल में पदस्थ डाॅ. विवेक दुबे पर गलत रिपोर्ट देने को आरोप है. युवक के सीने में बंदूक की गोली घुसी थी, बावजूद डॉक्टर ने गलत रिपोर्ट देकर रेफर कर दिया. इस मामले में आज विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने सैकड़ों की संख्या में रैली निकालकर तहसील कार्यालय पहुंचे. जहां कार्यकर्ताओं से तहसीलदार, बीएमओ, जिला चिकित्सा अधिकारी और कलेक्टर के नाम पर दोषी डाॅक्टर के खिलाफ ज्ञापन सौंपा.

दरअसल सुजान पिता मोतीलाल गुर्जर सिरपोई को चार अज्ञात लोगों ने घेरकर 17 फरवरी को छाती में गोली मार दी थी. घायल को सिविल अस्पताल जीरापुर में भर्ती किया गया था. यहां पदस्थ डाॅ. विवेक दुबे ने जांच और एक्स-रे किया. इस दौरान उन्होंने बताया कि घायल युवक के छाती में अंदर गोली नहीं है. जिसके बाद युवक के घाव में टांके लगाकर मां पीताम्बर हॉस्पिटल आगर रेफर किया गया था. यहां डाॅक्टरों ने सुजान के छाती से ऑपरेशन कर गोली निकाली.

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इस मामले पर सिविल अस्पताल में पदस्थ डाॅ. विवेक दुबे ने बताया कि रिपोर्ट में भारी चीज की अंदर में होने बात कही गई थी, जिसे मद्देनजर रखते हुए विवेक दुबे ने युवक को पीताम्बर अस्पताल रेफर किया गया था.

डाॅ. विवेक दुबे

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बता दें कि यह कोई पहली घटना नहीं है. इसके पहले भी डॉ. विवेक दूबे ने बिजली हादसे में भंडावद के एक जीवित व्यक्ति को मृत घोषित कर दिया था. उक्त घटना के विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं न ज्ञापन सौंपकर दोषी डाॅक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी. कार्यकर्ताओं कहा कि कार्रवाई नहीं होने पर उग्र आंदोलन किया जाएगा.

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