गौरव जैन, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही। LALLURAM.COM की खबर का बड़ा असर हुआ है. 42 लाख के करप्शन कांड पर विभाग ने एक्शन लिया है. घोटाले में शामिल तीन वनकर्मियों पर निलंबन की गाज गिरी है. समिति बनाकर फर्जीवाड़ा किया था. इस खबर को LALLURAM.COM ने प्रमुखता से उठाया था, जिसके बाद अधिकारी हरकत में आए और कार्रवाई कर रहे हैं.

दरअसल, मरवाही वनमंडल पेंड्रा रोड में एक बार फिर भ्रष्टाचार में लिप्त कर्मचारियों के ऊपर निलंबन की कार्रवाई हुई है. 42 लाख के इस फर्जीवाड़े में इंद्रजीत कंवर उपवन क्षेत्रपाल, अश्वनी दुबे परिक्षेत्र सहायक, द्वारिका प्रसाद रजक वनपाल को मुख्य वनसंरक्षक बिलासपुर वृत्त के द्वारा जारी आदेश में निलंबित कर दिया गया है. इसके पहले इस मामले से जुड़े संबंधित बीट गॉर्ड सुनील चौधरी के ऊपर गाज गिरी थी, जिसे 2 दो दिन मरवाही वन मंडल अधिकारी सत्यदेव शर्मा ने निलम्बित कर दिया था.

इस मामले में उच्च स्तरीय जांच के बाद कार्रवाई की गई है. शिकायतकर्ता की शिकायत के आधार पर मरवाही वन परिक्षेत्र अंतर्गत नेचर कैम्प में हुए घोटाले में जांच की गई थी, जिसमें कुल 10 अधिकारी कर्मचारी वन विभाग के संलिप्त पाए गए थे.

वहीं फर्जी समिति का अध्यक्ष मूलचंद कोटे निवासी मरवाही और HDFC बैंक शाखा प्रबंधक की भी संदिग्ध भूमिका है. इस मामले में शामिल अन्य अधिकारियों के खिलाफ आरोप पत्र तय कर दिए गए है. अगले एक दो दिनों में इनके ऊपर कार्रवाई देखने को मिल सकती है.

क्या है मामला ?

साल्हेकोटा में वन प्रबंधन समिति साल्हेकोटा पूर्व से संचालित है. वन प्रबंधन समिति साल्हेकोटा अंतर्गत आने वाले क्षेत्र में नेचर कैम्प गगनई जामवंत माड़ा साल्हेकोटा (पर्यटन एवं वन चेतना केन्द्र) स्थापित है, जिसमें कार्य कर रहे सुरक्षा श्रमिकों का भुगतान एवं अन्य किसी प्रकार का व्यय पिछले 6-7 सालों से समिति द्वारा किया जाता रहा है, जबकि जबकि आज तक समिति के सदस्यों को स्वतंत्र रूप से ना कैन्टिन और न ही किसी प्रकार की आयवर्धक कार्य की करने की अनुमति नहीं दी गई है.

वन प्रबंधन समिति साल्हेकोटा से प्रस्ताव पारित कर नेचर कैम्प गगनई के विकास एवं उन्नयन कार्य हेतु चक्रीय निधी की राशि मांगी गई थी. मुख्य वन वन संरक्षक बिलासपुर वृत्त से वन विकास अभिकरण के तहत 68.50 लाख (अठसठ लाख पचास हजार रूपये) राशि वन प्रबंधन समिति साल्हेकोटा को प्रदान की गई थी, जिसे वनमंडल अधिकारी के निर्देशानुसार निर्देशानुसार बनाए गए फर्जी समिति नेचर कैम्प जामवंत माड़ा प्रबंधन समिति गगनई को राशि हस्तांतरित हस्तांतरित किया गया गया.

पासबुक अपडेट कराने मालूम हुआ कि नेचर कैम्प कैम्प प्रबंधन समिति गगनई के खाते से 4231036/- (बियालिस लाख इकत्तीस हजार छत्तीस रूपये) समिति सदस्यों, सचिव / अध्यक्ष के जानकारी के बगैर अज्ञात व्यक्तियों के द्वारा आहरण कर लिया गया है. पैसा आहरण करने वाला कोई और नहीं सुनील चौधरी वन रक्षक मरवाही बीट एवं मूलचंद कोटे मरवाही निवासी है वर्तमान में समिति खाते में 768964/- (सात लाख लाख अठसठ हजार नौ सौ चौसठ रूपये) शेष है.

उल्लेखनीय है कि नेचर कैम्प प्रबंधन समिति गगनई का चेकबुक आज पर्यन्त तक समिति अध्यक्ष / सचिव को प्राप्त नहीं हुआ है. HDFC बैंक पेण्ड्रारोड से जानकारी लेने पर उनके द्वारा बताया गया कि डुप्लीकेट पासबुक बनवाकर अपडेट करवाने पर इसकी जानकारी हुई. इस प्रकार से नेचर कैम्प समिति गगनई बनाकर बड़े पैमाने पर शासकीय राशि की हेरा-फेरी एवं गंभीर वित्तीय अनियमितता कर भ्रष्टाचार किया गया है.

देखिए आदेश की कॉपी-

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