पुरषोत्तम पात्रा, गरियाबंद. दर्लिपरा में रहने वाले एक महिला समेत 8 बच्चे पीलिया की चपेट में आ गए हैं. ये मरीज एक ही गांव के 4 परिवार के है. सभी को इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने एम्बुलेंस से देर शाम देवभोग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती किया है.
पीड़ित परिजनों ने बताया कि पिछले तीन-चार दिनों से बच्चों में सिर दर्द बुखार के लक्षण देखने को मिल रहा था. प्राइवेट इलाज किया गया तो सभी की रिपोर्ट में पीलिया होना बताया गया. बीमार बच्चों की हालत में सुधार नहीं आने पर सरकारी स्वास्थ्य कार्यकर्ता को सूचना दी गई. जिसके बाद स्वास्थ्य केंद्र में जिन मरीजों का इलाज चल रहा है.
डॉ. सत्येंद्र मार्कंडेय ने बताया कि सभी मरीजों में पीलिया का लक्षण पाया गया है. वहीं बीएमओ डॉ सुनील भारती ने कहा कि जल्द ही शिविर लगाकर अन्य लोगों की जांच करवाएंगे. साथ ही गांव में पंचायत के द्वारा सफाई भी करवाया जाएगा. जिससे गांव के अन्य लोग इसकी चपेट में न आ सके.
बताया जा रहा है कि दर्लिपरा के हरिजनपारा में दूषित पानी पीने से ये बच्चे पीलिया के चपेट में आए है. यहां के वार्ड एक और दो में पीने के पानी के लिए लगाया गया. लेकिन नल दो साल पहले ही बंद हो गया है. नल खराब होने की सूचना भी दी गई है. इसके बावजूद भी इस सुधारा नहीं गया है.
आपकों बता दें कि विवाद के चलते डेढ़ साल से बंद पड़े पम्प को सप्ताह भर पहले चालू किया गया. गांव के बस्ती में 6 हैंडपंप लगे हैं. लेकिन यहां बने इन सभी हैंडपंप में पूरा गंदगी पसरा हुआ है. लोगों ने इस समस्या को लेकर गांव के सरपंच से शिकायत भी है. इसके बाद भी सरपंच यहां की सफाई नहीं करवा रहे है. अब देखना ये होगा कि आखिरकार इस पर कोई कार्रवाई की जाती है या नहीं. लोग कब तक ऐसे ही पीलिया की चपेट में आते रहेंगे.