रामेश्वर मरकाम, धमतरी. जिले के कोकड़ी में ग्राम विकास समिति ने तुगलकी फरमान जारी किया है. जिसका दंश एक परिवार सालों से झेल रहा है. ग्राम पंचायत से गांव के पत्थर खदान का एनओसी बीजेपी के एक नेता को नहीं दिया. तो गांव के कुछ दबंग भाजपा कार्यकर्ताओं ने सरपंच गोपेश्वर साहू का हुक्का पानी बंद करा दिया है. अब तो पुलिस भी इनकी नहीं सुन रही है. जिसके बाद ये परिवार प्रशासन से इच्छा मृत्यु की गुहार लगाई है.
परिवार का हुक्का पानी किया बंद
इस परिवार को भाजपा नेता को पत्थर खदान के लिए एनओसी नहीं देना इतना महंगा पड़ जाएगा. ये कभी सोचा भी नहीं था. इसी का बदला लेने के लिए गांव के ही कुछ दंबगों के साथ मिलकर सरपंच को अपना निशाना बना लिया. इतना ही नहीं पीड़ित पर झूठा आरोप लगाकर ग्राम विकास समिति की बैठक भी कर दी. सरपंच पर कई आरोप लगाकर 50 हजार का जुर्माना लगाया गया. पीड़ित ने पैसा देने से मना किया तो दबंगों ने उसका हुक्का पानी भी बंद कर दिया.
इच्छा मृत्यु की कर रहे मांग
इतना ही नहीं पीड़ित सरपंच के खिलाफ प्रशासन से शिकायत कर धारा 40 के तहत सरपंच के पद से हठा दिया. साथ ही पूरे परिवार को दंबगों द्वारा मानसिक रूप से प्रताड़ित भी किया जा रहा है. जिससे पूरा परिवार अब पूरी तरह से परेशान हो गया है. सरपंच और उसका परिवार अब प्रशासन से इच्छा मृत्यु की मांग कर रहे है.
इस मामले की शिकायत पुलिस से भी किया गया लेकिन पुलिस महकमा भी बीजेपी नेता के सामने कुछ भी नहीं कर पा रहे है. पूरा परिवार इधर-उधर भटक रहा है. लेकिन इनकी फरियाद कोई भी नहीं सुन रहा है.
भाई को भी कर दिया दंडित
सरपंच के परिवार में उसकी पत्नी और दो बच्चे है. जिन्हें गांव में चलना भी मुश्किल हो गया है. दबंग भी उन्हें रोज धमकी दे रहे है. दबंगई तो तब हद हो गई जब भाई-बहन का पवित्र त्योहार रक्षा बंधन में नहीं छोड़ा. बहन राखी बांधने चचेरे भाई को चली गई तो भाई को भी नहीं छोड़ा औऱ उसे 500 रुपए से दंडित भी कर दिया.
पुलिस-प्रशासन भी नहीं कर रही कार्रवाई
बहरहाल इस मामले कि शिकायत पीड़ित परिवार ने शासन-प्रशासन और पुलिस से लेकर मानव अधिकार आयोग के पास कई बार कर चुके है. इसके बाद भी परिवार को इंसाफ नहीं मिल पा रहा है. अब देखना ये होगा कि इस मामले में अब क्या कार्रवाई की जाएगी या नहीं.