हर महिला की चाह होती है कि वो खूबसूरत लगे जिसके लिए वो हर संभव उपाए करती हैं, फिर चाहे घरेलू नुख्सों की बात हो या ब्यूटीपार्लर या स्पा की. हर जगह खूबसूरती को बरकारार रखने के लिए तरह-तरह के मसाज, फेशियल किए जाते हैं. बात करें पेडीक्योर की तो पिछले कुछ समय से Fish Pedicure काफी चलन में है, खासकर के मॉल्स में आपको फिश स्पा जरुर ही मिल जाएगा.

Fish Pedicure के नुकसान

पानी न बदलने से नुकसान

पार्लर में कई बार एक ही टैंक में कई लोग पेडिक्योर कराते हैं और टैंक का पानी चेंज भी नहीं किया जाता है. जो आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है. इसलिए कोई भी पेडीक्योर हो उसकी साफ-सफाई का ध्यान पहले रखें. यह ध्यान दें कि Fish Pedicure के लिए टैंक का पानी बदला गया है कि नहीं. ऐसा न होने पर टैंक में मौजूद माइक्रोबैक्टीरिया से आपको स्किन इंफेक्शन हो सकता है. Read More – अगर आप धूप से नहीं ले पा रहे हैं विटामिन D, तो ये आहार खाकर Body को दें पर्याप्त Vitamin D …

चोट होने पर न करवाएं

इसके अलावा अगर आपको पैर में चोट लगी हो तो Fish Pedicure न कराएं, ऐसे में पैरों में और चोट लग सकती है और खून भी आ सकता है. पेडीक्योर कराते समय अगर पैरों से खून आने लगे तो तुरंत पैर टैंक से बाहर निकालकर चोट में एंटीसेप्टिक दवा लगाएं.

खुजली को ना करें अनदेखा

अगर फिश पेडिक्योर करवाते समय आपके पैरों पर बेहद ही खुजली होती है या पैर लाल होने लग जाएं तो आप तुरंत अपने पैरों को पानी से बाहर निकाल लें. क्योंकि कई बार लोगों को फिश पेडिक्योर से एलर्जी हो जाती है.

शुगर वाले न करवाएं

जिन लोगों को शुगर की बीमारी या फिर जिनका इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर है वे लोग भूलकर भी Fish Pedicure न कराएं.

Fish Pedicure के फायदे

रक्त प्रवाह हो बेहतर

Fish Pedicure करवाने के फायदे पैरों के साथ-साथ शरीर से भी जुड़े हुए हैं. जो लोग नियमित रूप से फिश पेडीक्योर करवाते हैं उन लोगों के शरीर में रक्त प्रवाह बेहतर होता है. रक्त प्रवाह बेहतर होने से दिल दुरूस्त बना रहता है और दिल को गंभीर बीमारियां भी नहीं होती हैं. इसलिए जिन लोगों के शरीर में ब्लड सर्कुलेशन सही से नहीं होता है, वो लोग भी Fish Pedicure जरूर करवाया करें. Read More – YouTube पर वीडियो देखकर महिला बना रही थी ये डिश… फिर हुआ कुछ ऐसा कि पूरे घर में लग गई आग …

त्वचा हो मुलायम

फिश पेडीक्योर कराने से पैरों की त्वचा पर अच्छा असर पड़ता है और पैरों की त्वचा एकदम मुलायम बन जाती है. दरअसल पैरों में डेड स्किन होने के कारण ही पैरों की त्वचा खुरदुरी हो जाती है. वहीं Fish Pedicure करवाने से डेड स्किन निकल जाती है और स्किन मुलायम बन जाती है.

नई कोशिकाएं बनती हैं

फिश पेडीक्योर कराने के दौरान जिन मछलियों का प्रयोग किया जाता है उन्हें गर्रा रुफा कहा जाता है. गर्रा रुफा मछलियां जब हमारी डेड स्किन को खाती हैं तो उनके मुंह से निकलने वाली लार पैरों में लग जाता है, जिसके डिर्थनॉल कहा जाता है. डिर्थनॉल को त्वचा के लिए अच्छा माना जाता है और इसकी वजह से नई कोशिकाएं पैदा होती हैं.

पैरों के बक्‍टीरियां हो खत्म

पैरों में बक्‍टीरिया होने पर पैरों की त्वचा पर बुरा असर पड़ता है औ ये बक्‍टीरिया त्वचा को हानि पहुंचाते हैं. हालांकि जब हम Fish Pedicure करवाते हैं, तो गर्रा रुफा मछली पैरों के बैक्‍टीरिया को खा जाती हैं और ऐसा होने से पैरों के बक्टीरिया खत्म हो जाते हैं और पैरों की त्‍वचा सुंदर हो जाती है.

पैर दर्द से आराम

अगर आपके पैरों में दर्द की समस्या रहती है तो फिश स्पा से आपको बहुत आराम का अहसास होगा. इसके साथ पैरों की खूबसूरती बनाएं रखने, टैनिंग दूर करने के लिए लोगों के बीच फिश पेडिक्योर का काफी ट्रेंड चल रहा है.