लुधियाना. आजकल हर मोबाइल पर इंटरनेट होने की वजह से लोग तुरंत ही कोई भी मैसेज दूसरे ग्रुप में फॉरवड कर देते हैं. इससे कई बार गलत खबर भी लोगों तक पहुंच जाती है. इसी तरह की अफवाहों से निपटने के लिए पंजाब पुलिस ने अपना नेटवर्क तैयार कर लिया है. अजनाला कांड के बाद पंजाब पुलिस ने यह कदम उठाया है.

पुलिस ने सभी थाना प्रभारियों को मोबाइल नंबर दिए हैं, जिससे एक ब्रॉडकास्ट लिस्ट बनाकर पुलिस के अच्छे कामों को बताने के लिए कहा गया है. इस नेटवर्क के माध्यम से कुछ ही मिनटों में 75 हजार लोगों तक जानकारी पहुंच जाएगी. ये संदेश और सूचना एक उच्चाधिकारियों के स्तर पर चेक होकर वॉट्सऐप के माध्यम से लोगों तक पहुंचेगी.

नंबर सार्वजनिक नहीं कर सकेंगे पुलिसकर्मी

पुलिसकर्मियों को जो नंबर दिए गए हैं उनसे उन्हें कॉल करने और सार्वजनिक करने के लिए मना किया गया है. पुलिसकर्मी को खास निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने इलाके के गणमान्य लोगों की एक सूची बनाएं और उन्हें वो संदेश भेजें जो उन्हें उनके वॉट्सऐप ग्रुप पर मिलेंगी.

वायरल खबरों पर रहेगी पुलिस की नजर

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, एक टीम इंटरनेट पर चल रही फर्जी खबरों और अफवाहों पर लगातार नजर रखेगी. यदि कोई फेक खबर वायरल हो रही है तो तुरंत ही पुलिस अधिकारी सभी पुलिस कमिश्नर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के आधिकारिक वॉट्सऐप ग्रुप पर उस खबर के बारे में जानकारी देंगे. एक एसएचओ ने नाम न बताने की शत पर बताया कि हमारे निजी नंबर स्थानीय लोगों के विभिन्न वॉट्सऐप ग्रुपों में जोड़े जा रहे हैं, हम मिनटों के भीतर एक ही पोस्ट को कई लोगों द्वारा शेयर होते देख सकते हैं. इसके अलावा, पुलिस विभाग, सभी जिलों की पुलिस के सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर अपने लाखों फॉलोअर्स वाले पेज भी हैं. इसमें पुलिस अपने अच्छे कामों को भी इन पेज पर शेयर कर सकती है.