Adani Group Owned Airport: अगर आप भी हवाई यात्रा करते रहते हैं तो यह खबर आपके लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकती है। अगर आप लखनऊ से फ्लाइट पकड़ते हैं तो अब आपको ज्यादा पैसे खर्च करने होंगे, क्योंकि अडानी ग्रुप के एयरपोर्ट ने यूजर डेवलपमेंट फीस में बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया है.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लखनऊ इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने कुछ सेवाओं के लिए चार्ज बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है. बताया जा रहा है कि प्रस्ताव की मंजूरी के बाद ये शुल्क एक अप्रैल 2023 से लागू होंगे और यह बढ़ा हुआ शुल्क एक अप्रैल 2025 तक लागू रहेगा.

इसके साथ ही जानकारी मिली है कि अडानी ग्रुप इन चार्जेस से फंड जुटाकर एयरपोर्ट को डेवलप करेगा. ये बढ़ोतरी वैमानिकी शुल्क जैसे पार्किंग, लैंडिंग शुल्क और अन्य शुल्कों के माध्यम से की जाएगी.

कितना चार्ज बढ़ाने की योजना ?

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अडानी ग्रुप ने हर घरेलू उड़ान का यूडीएफ 192 रुपये से बढ़ाकर 1025 रुपये करने का प्रस्ताव दिया है. हवाई अड्डे के संचालक ने 1 अप्रैल, 2025 तक अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए शुल्क को 561 रुपये से बढ़ाकर 2,756 रुपये करने की योजना बनाई है. लखनऊ हवाई अड्डे ने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय कार्गो हैंडलिंग सेवाओं के लिए शुल्क वृद्धि का भी प्रस्ताव दिया है.

प्रस्ताव से कम हो सकती है वृद्धि

अडानी ग्रुप ने एयरपोर्ट इकोनॉमी रेगुलेटरी अथॉरिटी (AERA) को नए टैरिफ का प्रस्ताव दिया है. इसके बाद, नियामक अंतिम टैरिफ आदेश जारी करेगा, जिसमें आम तौर पर हवाईअड्डा संचालकों द्वारा प्रस्तावित दरों से कम दरों को देखा जा सकता है.

यह चार्ज किससे लिया जाएगा

उपयोगकर्ता विकास शुल्क सीधे यात्रियों द्वारा भुगतान किया जाता है, जबकि एयरो टैरिफ एयरलाइनों से एकत्र किया जाता है. वहीं, एयरलाइंस के हवाई टिकट का किराया भी परिचालन लागत पर निर्भर करता है. इस वजह से इस फैसले से लखनऊ फ्लाइट का किराया बढ़ सकता है. 2019 के दौरान केंद्र सरकार ने छह हवाईअड्डों का निजीकरण करने का फैसला किया था. 2020 में अडानी ग्रुप को लखनऊ को 50 साल के लिए लीज पर दे दिया था.

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus