रंगभरी एकादशी के साथ ब्रज के बांके बिहारी मंदिर में 5 दिवसीय होली उत्सव की शुरुआत हो गई है. वहीं पूरे ब्रजमंडल में रंगोत्सव की धूम है. 5 कोस की परिक्रमा के लिए भारी जन सैलाब उमड़ पड़ा है. बांके-बिहारी मंदिर में देर शाम तक 50 हजार भक्तों के होली खेलने का अनुमान है.

बांके बिहारी मंदिर में टेसू के फूलों से बने रंग मंदिर के पुजारी भक्तों पर बरसा रहे हैं. गुरुवार सुबह बड़ी संख्या में भक्तों ने वृंदावन की पंचकोसी परिक्रमा शुरू की. वहीं मथुरा में भी रंगभरी एकादशी के साथ ही जिले के सभी मंदिरों में रंगो की होली की शुरुआत हो जाती है.

मथुरा प्रवास पर पहुंची सांसद हेमा मालिनी

रंगोत्सव के लिए मथुरा सांसद हेमा मालिनी भी 5 दिनों के प्रवास पर हैं. वहीं श्रद्धालु कहीं बरसाना तो कहीं नंद गांव गोकुल गोवर्धन और वृंदावन होली का आनंद लेने के लिए पहुंचे हैं.

बता दें कि ब्रज में 40 दिनों की होली होती है. जिसकी शुरुआत बसंत पंचमी से होती है. इस दौरान लट्ठमार होली, लड्डू मार होली और रंग गुलाल की होली खेली जाती है. पौराणिक मान्यत के मुताबिक ऐसा कहा जाता है कि ब्रज में होली का आनंद लेने के लिए स्वर्ग लोक से देवी-देवता धरती लोक पर किसी ना किसी रूप में पधारते हैं.